Flood In Bihar: प्रचंड है बाढ़! मुजफ्फरपुर में झोपड़ियां बह गईं, गांव के लोग विस्थापित और स्कूल बंद
Flood In Bihar: सीतामढ़ी में दो जगह तटबंध टूटने के 14 घंटे के भीतर बागमती ने मुजफ्फरपुर में तबाही मचा दी है। तटबंध के अंदर मधुबन प्रताप, बभनगामा पश्चिमी, हरणी टोला, बाड़ा बुजुर्ग, बाड़ा खुर्द, राघोपुर, तरबन्ना और चैनपुर सहित कुल 12 गांव की झुग्गी-झोपाड़ियां पानी में बह गई।
Flood In Bihar: बागमती ने सात साल बाद फिर रौद्र रूप धारण किया है। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में इस बार औराई के जनाढ़ से धरहरवा तक सात किलोमीटर में तबाही मची है। तटबंध के अंदर और बाहर जनाढ़ से लेकर धरहरवा तक बाढ़ में लोगों के घर-बार उजड़ गए हैं। तटबंध के अंदर बसे 12 गांव के करीब सात हजार लोग घर-बार छोड़कर तटबंध पर शरण लिए हैं तो तबाही के बीच जान जोखिम में डालकर इन पंचायतों के छह हजार लोग अभी भी तटबंध के अंदर डटे हैं। रुन्नीसैदपुर के तिलकताजपुर में टूटे तटबंध से बागमती का पानी पहले मनुषमारा, फिर लखनदेई के माध्यम से औराई और कटरा के गांवों में तेजी से फैली रहा है।
सीतामढ़ी में दो जगह तटबंध टूटने के 14 घंटे के भीतर बागमती ने मुजफ्फरपुर में तबाही मचा दी है। तटबंध के अंदर मधुबन प्रताप, बभनगामा पश्चिमी, हरणी टोला, बाड़ा बुजुर्ग, बाड़ा खुर्द, राघोपुर, तरबन्ना और चैनपुर सहित कुल 12 गांव की झुग्गी-झोपाड़ियां पानी में बह गई। रविवार देर रात से लोगों का पलायन गांव से तटबंध की ओर शुरू हो गया। लोग किसी तरह माल-मवेशी के साथ तटबंध पर डेरा डाल रखे है, जबकि करीब छह हजार लोग अभी भी गांव में अड़े हैं। हालांकि जिस गति से पानी बढ़ रहा है, देर रात तक उनके भी वहां से मजबूर होकर निकलने की आशंका है।
तटबंध के बाहर फैल रहा पानी, एनएच 77 बना शरणस्थली बागमती ने पहले अपनी पेटी में तबाही मचाते हुए दर्जनभर गांव को विस्थापित कर दिया तो 24 घंटे के बाद वह सीतामढ़ी व शिवहर में तटबंध टूटने के बाद बाढ़ का दायरा और बढ़ गया है। बागमती का पानी अब मनुषमारा और लखनदेई से होकर तटबंध के बाहर फैल रहा है। मंगलवार तक औराई की बची 16 पंचायतें और कटरा की 10 पंचायतें भी बाढ़ की चपेट में आ सकती हैं।
सोमवार शाम तक तटबंघ के बाहर की दो पंचायतों धरहरवा और घनश्यामपुर तक बाढ़ से तबाही शुरू हो गई। रुन्नीसैदपुर के तिलकताजपुर और बेलसंड के मधकौल में तटबंध टूटने से बागमती के अंदर तो जलस्तर में कमी आई लेकिन टूटे तटबंध से फैल रहे पानी ने बाहर तबाही मचानी शुरू कर दी है। मंगलवार को अब इसके कटरा और औराई की बाकी पंचायतों में प्रवेश करने की आशंका है, इसको लेकर प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है।
प्रभावित प्रखंडों के 78 स्कूल तीन तक बंद
मुजफ्फरपुर। जिले की नदियों के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने 78 स्कूलों में पठन पाठन कार्य को अगले तीन दिनों तक स्थगित रखने का सोमवार को आदेश दिया। ये सभी स्कूल जिले के उन छह प्रखंडों में स्थित हैं, जहां से होकर बागमती, बूढ़ी गंडक और गंडक नदियां बहती हैं। इनमें पारू, साहेबगंज, औराई, कटरा, गायघाट और बंदरा शामिल हैं। इस संबंध में डीईओ ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने नदियों के बढ़ते जलस्तर को लेकर चिंता जताई और कहा कि इन परिस्थियों में स्कूलों का संचालन करना संभव नहीं है। लगातार जलस्तर बढ़ने के कारण शिक्षकों और विद्यार्थियों के आवागमन से जानमाल की क्षति का अंदेशा है।
इसलिए सभी प्रभावित स्कूलों में शिक्षण कार्य तीन अक्टूबर तक स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। वर्ग संचालन के स्थगन अवधि तक सभी बीईओ को डीईओ कार्यालय में प्रतिदिन की अद्यतन रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा उन विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को भी प्रतिदिन की रिपोर्ट देने को कहा गया है। पारू में तीन, साहेबगंज में 10, औराई में 26, कटरा में 18, गायघाट में 9 और बंदरा में 12 स्कूलों में डीईओं ने शिक्षण कार्य को स्थगित करने का आदेश दिया है।
देवरियाकोठी 55 घरों में घुसा बाढ़ का पानी
देवरियाकोठी। पारू प्रखंड के देवरिया स्थित सोहासी गांव का नायका टोला बाढ़ के पानी से घिर गया है। टोले के 55 घरों में पानी घुस गया है। खेत में लगे करीब 500 एकड़ धान व 200 एकड़ में सब्जी की फसल बर्बाद हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है। किसान और पूर्व सैनिक शशिकांत सिंह, देवेंद्र साह, अभय कुमार पांडेय, भुनेश्वर दास, नौदागर सहनी, सिपाही पटेल, राकेश सिंह, प्रभु पासवान, बबन सिंह आदि ने बताया कि पानी तेजी से बढ़ रहा है। शशिकांत सिंह ने डीएम से क्षति का मुआवजा और नायका टोला में आने जाने के लिए नाव और नाविक की व्यवस्था कराने की मांग की है।