यूपीएस से 23 लाख कर्मियों को मिलेगा लाभ : सम्राट
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने घोषणा की कि केंद्र सरकार ने 23 लाख कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) लागू करने का निर्णय लिया है। यूपीएस के तहत 25 साल सेवा करने पर पूरी पेंशन मिलेगी। यह...
उपमुख्यमंत्री सह वित्त एवं वाणिज्यकर मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि अपने 23 लाख कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) लागू करने का फैसला किया है, जो स्वागतयोग्य है। यह मौजूदा एनपीएस के साथ ही लागू रहेगा। यूपीएस के तहत कर्मचारियों को 25 साल काम करने पर पूरी पेंशन मिलेगी। रविवार को मीडिया में बयान जारी कर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यूपीएस का फॉर्मूला यह है कि अगर कोई कर्मचारी ने 25 वर्षों की सेवा दी है तो उसके अंतिम कार्य वर्ष के 12 महीनों के औसत मूल वेतन की 50 प्रतिशत राशि बतौर पेंशन दी जाएगी। अगर सेवा काल 10 से 25 वर्षों का है तो पेंशन की राशि समानुपातिक आवंटन के आधार पर तय होगी। यूपीएस में सुनिश्चित पेंशन, परिवार को पेंशन, सुनिश्चित न्यूनतम पेंशन, पेंशन की राशि की महंगाई दर के साथ जोड़ने और सेवानिवृत्ति के समय ग्रेच्युटी के अलावा भी एक सुनिश्चित राशि के भुगतान की व्यवस्था की गई है। एक तरह से यह पुरानी पेंशन स्कीम की तरह ही होगी, लेकिन अंतर सिर्फ इतना होगा कि ओपीएस में जहां कर्मचारियों को योगदान नहीं देना होता था। यूपीएस में नई पेंशन स्कीम (एनपीएस) की तर्ज पर ही 10 प्रतिशत योगदान देना होगा।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार का आकलन है कि अभी कार्यरत 99 प्रतिशत से ज्यादा केंद्रीय कर्मियों के लिए एनपीएस से ज्यादा यूपीएस आर्थिक तौर पर फायदेमंद होगा। एनपीएस वर्ष 2004 से लागू है और तब से अभी तक जितने सरकारी कर्मचारी सेवानिवृत्त हुए हैं, उनको यूपीएस के तहत पेंशन सुविधा लेने का विकल्प मिलेगा। अगर कर्मचारी ऐसा करते हैं तो उन्हें जो अतिरिक्त राशि व उसका ब्याज बनेगा, उसका भुगतान केंद्र से होगा।
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