तीन बार सफल परीक्षण के बाद भी ड्रोन हेल्थकेयर की शुरुआत नहीं
पटना एम्स में हेल्थकेयर ड्रोन योजना का कार्य ठप है, जबकि तीन सफल परीक्षण हो चुके हैं। जनवरी में शुरू होने की योजना थी, लेकिन अब तक यह सेवा शुरू नहीं हो पाई है। यह योजना ग्रामीण इलाकों में त्वरित...
पटना एम्स में हेल्थकेयर ड्रोन चलाने की योजना अधर में लटक गई है। तीन बार सफल परीक्षण के बाद भी यहां ड्रोन से दूरदराज के इलाके में दवा पहुंचाने की सुविधा शुरू नहीं हो पाई। इस योजना को पहली बार इस वर्ष जनवरी 25 जनवरी से ही शुरू करनी थी। उद्देश्य था आसपास के दूरदराज के गांवों में त्वरित चिकित्सकीय सुविधाओं को पहुंचाना। इससे पहले एम्स निदेशक डॉ. जीके पाल, नोडल पदाधिकारी डॉ. संजय पांडेय, ट्रॉमा प्रभारी डॉ. अनिल कुमार की देखरेख में तीन बार ड्रोन हेल्थकेयर का सफल परीक्षण भी किया गया। मात्र 15 मिनट में 12 किमी दूर स्थित नौबतपुर पीएचसी में सफलतापूर्वक दवा भी पहुंचा दी गई, लेकिन इस योजना की शुरुआत नहीं हो पाई। जनवरी में शुरू नहीं होने के बाद अप्रैल में शुरू होने की बात अस्पताल प्रशासन की ओर से कही गई थी। लेकिन अब अक्टूबर आने तक यह सेवा शुरू नहीं हो सकी।
क्या है ड्रोन हेल्थकेयर योजना
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना है। इसके तहत एम्स जैसे सेंटर फॉर एक्सीलेंस अस्पतालों के विशेषज्ञों से इलाज और सलाह की सुविधा आसपास के ग्रामीण इलाके के लोगों को भी उपलब्ध कराना है। ड्रोन के माध्यम से दवाइयां, जांच रिपोर्ट भी लाने-ले जाने की सुविधा होगी। इसी वर्ष अप्रैल में पटना एम्स समेत देश के सभी प्रमुख राज्यों में स्थित एम्स से ड्रोन हेल्थकेयर की शुरुआत एक साथ होनी थी। इसके लिए परीक्षण भी किया जा चुका है, लेकिन अबतक यह सुविधा शुरू नहीं हो पाई है।
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पटना एम्स में ड्रोन हेल्थकेयर योजना से संबंधित सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। तीन बार सफलतापूर्वक ट्रायल भी कर लिया गया है। शुरू करने के लिए अभी केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की मंजूरी नहीं मिली है। मंजूरी मिलते ही इस योजना को शुरूकर दिया जाएगा।
- डॉ. प्रो. जीके पाल, कार्यकारी निदेशक, पटना एम्स।
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