उत्तर-पूर्व भारत का सबसे बड़ा होगा आईजीआईएमएस का नेत्र अस्पताल
इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) का नेत्र अस्पताल उत्तर-पूर्व भारत का सबसे बड़ा सरकारी नेत्र अस्पताल होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके निर्माण को तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया।...
इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) का नेत्र अस्पताल उत्तर-पूर्व भारत के सरकारी क्षेत्र का सबसे बड़ा नेत्र अस्पताल होगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को निरीक्षण के दौरान इसका निर्माण तेजी से करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस विशिष्ट अस्पताल के बचे कार्यों का निर्माण तेजी से पूर्ण करें। इसके निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद आंख से संबंधित रोगों का विशिष्ट तरीके से इलाज होगा, जिससे मरीजों को काफी सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यवासियों को इस अस्पताल के रूप में आंख के रोगों के बेहतर इलाज के लिए एक और विकल्प मिलेगा। मुख्यमंत्री ने इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान की व्यवस्थाओं के संबंध में भी अधिकारियों से अलग से जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रथम तल पर जाकर ओपीडी, वार्ड एरिया, ऑपरेशन थियेटर रूम, जेनरल वार्ड आदि का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा, इन्दिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. बिन्दे प्रसाद, उपाधीक्षक डॉ. मनीष मंडल आदि मौजूद रहे।
विशिष्ट अस्पताल होगा: प्रत्यय
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को बताया कि 188 करोड़ रुपये की लागत से 154 बेड का यह चक्षु अस्पताल अपने आप में विशिष्ट होगा। यह अस्पताल जी प्लस श्री होगा। यहां कार्निया एंड रिफ्रेक्टिव, ग्लूकोमा, रेटिना एवं यूबिया के इलाज की बेहतर सुविधा होगी। यहां पेडिएट्रिक एवं न्यूरो ऑप्थल्मोलॉजी की भी बेहतर चिकित्सा हो सकेगी। इस चक्षु अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।