Hindi Newsबिहार न्यूज़पटनाGanga River Levels Drop Dredging Efforts Intensify Ahead of Chhath Festival

जलस्तर में कमी के साथ अधिकतर घाटों पर दलदल की स्थिति

गंगा के जलस्तर में कमी के कारण घाटों पर दलदल की स्थिति बन गई है। जिला प्रशासन छठ पर्व के लिए घाटों की सफाई में जुटा है। घघा घाट पर मिट्टी और दलदल के कारण श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है। मजदूर गाद...

Newswrap हिन्दुस्तान, पटनाSat, 19 Oct 2024 09:59 PM
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गंगा के जलस्तर में कमी होने के साथ ही अधिकतर घाटों पर दलदल की स्थिति है। घाट की सीढ़ी पर मिट्टी की मोटी परत जमी है तो कहीं इतना दलदल है कि गंगा तक पहुंच पाना मुश्किल है। छठ पर्व को लेकर जिला प्रशासन की ओर से गंगा घाटों को दुरुस्त करने की कवायद शुरू की गई है। निर्माण कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। घघा घाट पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटती है। यहां घाट की सीढ़ी पर और नीचे काफी मिट्टी जमी है। साथ ही दलदल भी है। वहीं मिट्टी कटाव करने पर पानी ऊपर आ रहा है। जिससे मजदूरों को काफी परेशानी हो रही है। दूसरी ओर मोहल्ले का गंदा पानी गंगा में गिरने से जल प्रदूषित हो रहा है। आसपास की मिट्टी भी दलदल हो गयी है। पिछले वर्ष जिला प्रशासन की ओर से घघा घाट में बहता नाला को होम पाइप के जरिए जोड़ा गया था, लेकिन बरसात में जलस्तर बढ़ने से होम पाइप मिट्टी में धंस गया है। फिलहाल मजदूरों की ओर से गाद हटाने व मिट्टी खोदने का काम जारी है, लेकिन होम पाइप का कुछ अता-पता नहीं चल पाया है। घघा घाट के संपर्क पथ पर ब्रेकर की भरमार है। बालू घाट पर भी व्रतियों की काफी भीड़ जुटती है। इस घाट पर फरवरी माह में मिट्टी हटाकर चौड़े आकार का स्लैप बिछा दिया गया था, लेकिन बरसात में जलस्तर बढ़ने से उस पर मिट्टी की परत जम गई है, जिसे जेसीबी से हटाने का काम चल रहा है लेकिन स्लैप के नीचे गंगा का पानी अभी भी चढ़ा हुआ है। जहां पानी में ज्यादा गहराई है। साथ ही दलदल भी अधिक बनी है। रौशन घाट काफी छोटे आकार में है। सीढ़ी से उतरते ही अधिक गहराई व दलदल है। हालांकि, मजदूर दलदल से मिट्टी को हटा कर दूसरे स्थान पर फेंक रहे हैं। लेकिन जमीन के नीचे से पानी का बहाब ज्यादा होने से परेशानी बनी है। जहां बार-बार मिट्टी को निकाला जाता है वहीं फिर से पानी के साथ मिट्टी जम जा रही है, जिससे मजदूरों को परेशानी हो रही है।

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