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Hindi Newsबिहार न्यूज़पटनाFlood Alert in Patna Rising Water Levels of Ganges and Its Tributaries Affecting Villages

जमींदारी बांध में कटाव से गांवों में फैला पानी, पटना के कई घाट डूबे

गंगा और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने से पंडारक क्षेत्र में पानी फैल गया है। 425 घर प्रभावित हुए हैं और कई गांव जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। 76 स्कूलों को...

Newswrap हिन्दुस्तान, पटनाWed, 18 Sep 2024 02:50 PM
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गंगा और उसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने से गांव और शहर में पानी फैलने लगा है। पंडारक में सकरी नदी का जलस्तर बढ़ने से जमींदारी बांध में कटाव हो गया, जिससे आसपास के गांवों में पानी फैल गया है। दियारा की चार पंचायतों के 425 घर पानी से घिर गए हैं। नकटा दियारा, बिंद टोली भी पूरी तरह से पानी से घिर गया है। पटना में गांधी घाट पर गंगा का जलस्तर बुधवार की सुबह खतरनाक स्तर से एक मीटर 22 सेंटीमीटर अधिक था। गुरुवार को सुबह आठ बजे तक जलस्तर बढ़कर 50 मीटर पार कर सकता है। शहर के कई गंगा घाट पानी में डूब गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन तंत्र की ओर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।

जमींदारी बांध में कटाव से फसल को हुआ नुकसान

पंडारक की बरुआने बथोई पंचायत अंतर्गत सकरी नदी में पानी का जलस्तर बढ़ने से बरुआने जमींदारी बांध का कटाव होने से ग्राम लालपुरा, चकजगमल के आसपास के गांव में बाढ़ का पानी फैल गया है। बांध की मरम्मत, पानी के बहाव को रोकने की कार्रवाई के लिए बुधवार को बाढ़ के अनुमंडल पदाधिकारी फ्लड कंट्रोल डिवीजन बख्तियारपुर के कार्यपालक अभियंता के साथ ग्राम बरुआने और चकजगमल का दौरा कर कटाव का निरीक्षण किया गया। कटाव को रोकने के लिए अविलंब सैंड बैग गिराने और जमींदारी बांध की मरम्मत करने और पानी को रोकने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।

कसहा दियारा पंचायत के पांच गांवों में फैला पानी

मोकामा के दियारा क्षेत्र की कसहा दियारा पंचायत में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कसहा जंजीरा, डुमरा फटकवा टोला, शिवनगर नया कसहा, विजयगढ़ और सीतापुर में गंगा नदी का पानी उपरोक्त टोले में फैल गया है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए बाढ़ के अनुमंडल पदाधिकारी और कनीय अभियन्ता ने उपरोक्त टोले का दौरा कर बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया।

जिला आपदा प्रबंधन तंत्र है अलर्ट

गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जिला आपदा प्रबंधन तंत्र को अलर्ट कर दिया गया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को स्थिति सामान्य होने तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का रोजाना दौरा करने, घाटों एवं ऐसे इलाकों में नियमित निगरानी करने और आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

खतरनाक घाटों पर लगाना है लाल रंग का कपड़ा

सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि खतरनाक घाटों पर लाल रंग का कपड़ा लगा दें ताकि उस क्षेत्र में कोई व्यक्ति स्नान करने न जाए। खतरनाक घाटों पर आवश्यकता के अनुसार चौकीदारों एवं पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति रखने का निर्देश दिया गया है। डीएम ने कहा कि अंचलाधिकारियों एवं थानाध्यक्षों को इस कार्य का संयुक्त रूप से पर्यवेक्षण करने का निर्देश दिया गया है ताकि कोई दुर्घटना न हो। जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रमंडल, पटना के सभी कार्यपालक अभियंताओं को उनके क्षेत्राधीन सभी तटबंधों एवं स्लूइस गेटों की सतत निगरानी करने और आवश्यकता पड़ने पर एसओपी के अनुसार सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

सभी संप हाउस पर रखें नजर

सभी नगर कार्यपालक पदाधिकारियों को संभावित जलजमाव को देखते हुए संप हाउस का पुन: निरीक्षण करने एवं आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। पटना नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव की समस्या आने पर हेल्पलाइन 155304 एवं व्हाट्सएप चैटबोट 9264447449 पर सूचना दी जा सकती है। किसी भी प्रकार की सूचना जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र के जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष को 0612-2210118 पर दी जा सकती है। प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

21 सितंबर तक दियारा के 76 स्कूल बंद

जलस्तर में वृद्धि तथा नदी की धारा तेज होने के कारण स्कूल के बच्चों तथा शिक्षकों के जीवन और स्वास्थ्य पर खतरा को देखते हुए शिक्षा विभाग की ओर से निर्धारित मापदंडों का पालन करते हुए दियारा क्षेत्रों में 7 प्रखंडों के 76 विद्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। इन प्रखंडों में पटना सदर, मोकामा, फतुहा, दानापुर, बख्तियारपुर, बाढ़ एवं अथमलगोला शामिल है।

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आम जनता को परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है। बाढ़ और जलजमाव से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तैयार है। जिला आपदा प्रबंधन कोषांग सक्रिय है। नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। जलस्तर में अभी वृद्धि की प्रवृति है। प्रयागराज में गंगा के जलस्तर में स्थिरता जबकि वाराणसी में घटने की प्रवृति है। बक्सर में भी गंगा का जलस्तर घट रहा है। इसको देखते हुए आने वाले दिनों में पटना में भी गंगा नदी के जलस्तर में घटने की प्रवृति दिखाई पड़ेगी।

डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना

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