बीबोस: मात्र आठ हजार ही दाखिला,रुचि नहीं ले रहे छात्र
बिहार बोर्ड ऑफ ओपेन स्कूलिंग (बीबोस) में छात्रों का नामांकन घटा है। 2023 में 22 हजार 918 नामांकन थे, जबकि इस साल केवल 8 हजार 538 हुए। फर्जी प्रमाणपत्र मामले के बाद नामांकन में कमी आई। डिजिटल...
बिहार बोर्ड ऑफ ओपेन स्कूलिंग (बीबोस) में नामांकन लेने में अब छात्र रुचि नहीं ले रहे हैं। पिछले दो सत्रों में नामांकन काफी गिरा है। 2023 में कुल 22 हजार 918 नामांकन तो इस साल मात्र 8 हजार 538 नामांकन ही दसवीं और 12वीं मिलाकर हुआ है। बता दें कि वर्ष 2011 में बीबोस को खोला गया था। उस समय दो लाख के लगभग छात्रों ने दाखिला लिया था। 2015 से 2018 तक बीबोस में दो लाख से भी अधिक छात्रों ने दाखिला लिया। स्थिति ये थी कि एनआईओएस से नाम कटवा कर छात्र बीबोस में दाखिला ले रहे थे। लेकिन, यह ग्राफ 2019 के बाद कम होने लगा। वहीं जब 2023 में फर्जी प्रमाणपत्र देने के मामले का खुलासा हुआ तो इसके बाद नामांकन बहुत ही कम हो गया। वर्ष 2022 में जहां 91 हजार से अधिक दाखिला हुआ था वहीं वर्ष 2023 में नामांकन कम हो कर 22 हजार रह गया।
सारी व्यवस्था डिजिटल होने से फर्जी नामांकन पर लगी रोक
बीबोस की अब सारी प्रक्रियाएं डिजिटल कर दी गयी है। ऑनलाइन फॉर्म भराने से लेकर परीक्षा की सारी प्रक्रियाएं डिजिटल है। इससे फर्जी नामांकन पर पूरी तरह से रोक लग गयी है। वहीं बीबोस में नामांकन लेने से छात्र कतरा रहे हैं। ऐसे छात्र अब एनआईओएस से ही दसवीं और 12वीं में दाखिला लेते हैं और परीक्षा देते हैं।
फेल और ड्रॉपआउट छात्रों के लिए बीबोस हुआ था शुरू
बिहार सरकार ने ऐसे छात्रों के लिए बीबोस शुरू किया था जो मैट्रिक या इंटर की परीक्षा में फेल हो गये हों। वहीं ऐेसे छात्र जो किसी कारण से ड्रॉपआउट हो गये हो।
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