दावा : बिहार सरकार की वेबसाइट सुरक्षित नहीं, हो सकती है सेंधमारी
बिहार सरकार की वेबसाइट सुरक्षित नहीं है और इसे आसानी से हैक किया जा सकता है। साइबर विशेषज्ञ मयंक और नेहाल ने बताया कि राज्य में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने 100 से अधिक साइबर आपराधिक गिरोह...
बिहार सरकार के डेटा बेस में कभी भी कोई सेंधमारी कर सकता है। सरकार की वेबसाइट सुरक्षित नहीं है। इसका दावा गूगल का डेटा एक्सेस करने वाले साइबर विशेषज्ञ मयंक ने किया है। उसके साथ साइबर अपराध पर कार्य कर रहे नेहाल का कहना है कि बिहार में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में एक सौ से अधिक साइबर आपराधिक गिरोह सक्रिय है। इसका डेटा उसने एकत्रित कर लिया है, जिसे संबंधित विभाग को सौंपा जाएगा। ये दोनों लड़के साइबर क्राइम की चुनौतियों से निपटने के लिए जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे हैं। एक वर्ष पूर्व गूगल का डेटा चार मिनट तक एक्सेस करने वाले भागलपुर के मयंक ने शनिवार को पटना में बताया कि अब तक उसने 20 से अधिक कंपनियों का डेटा एक्सेस कर चुका है। इसमें बिहार सरकार के शिक्षा विभाग का ई-शिक्षा कोष की वेबसाइट भी शामिल है। उसने दावा किया है कि राज्य सरकार की जितनी डेटा बेस वेबसाइट है उसे आसानी से हैक किया जा सकता है, क्योंकि डेवलपर्स के पास अनुभव की कमी है और वहीं लोग वेबसाइट तैयार कर रहे हैं। इसके प्रोटेक्शन के लिए जो हैडर लगाया जाता है वह इसमें नहीं लगा है। मयंक के टीम में शामिल नेहाल ले बताया कि एक वर्ष से वह साइबर अपराध पर शोध कर रहा है, जिसमें उन्हें यह जानकारी हुई है कि राज्य के अधिकतर जिलों में 18 से 20 वर्ष के युवा सक्रिय हैं, जो बिना मेहनत के अधिक पैसा कमाने के लिए लगे हुए हैं। इनकी टीम ने 70 से अधिक लड़कों को चिह्नित कर डेटा एकत्रित किया है, जिसे संबंधित अधिकारियों को सौंपेंगे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।