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पटना में कब से चलेगी मेट्रो ट्रेन, मलाही पकड़ी से बैरिया तक वॉकी-टॉकी के सहारे चलाने की है तैयारी

राज्य सरकार ने 15 अगस्त 2025 को मेट्रो का परिचालन प्रारंभ को लेकर डीएमआरसी को देने के लिए 115 करोड़ की मंत्रीपरिषद से स्वीकृति दी गई, जिससे प्राथमिक कॉरिडोर के लिए तीन डब्बे वाली एक ट्रेन, मेट्रो लाइन के लिए पटरी और लिफ्ट और एस्केलेटर की खरीद की जाएगी।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, पटना, आनंद सिंह कौशिकSun, 17 Nov 2024 06:27 AM
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पटना मेट्रो के प्राथमिक कॉरिडोर में मेट्रो का परिचालन वॉकी-टॉकी के सहारे किया जाएगा। जिस कारण उसकी रफ्तार औसत गति 80 किमी प्रति घंटे से कम होगी। 15 अगस्त 2025 से मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरोमाइल और आईएसबीटी के बीच परिचालन प्रारंभ करने की योजना है। इसके लिए राज्य सरकार, पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से जोर-शोर से तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है।

जायका से फंड मिलने में देरी होने के कारण प्राथमिक कॉरिडोर और कॉरिडोर-टू में सिग्नल, ट्रेन के डिब्बे सहित अन्य उपकरण लगाने के लिए टेंडर भी जारी नहीं हो सका है। इसी कारण राज्य सरकार ने 15 अगस्त 2025 को मेट्रो का परिचालन प्रारंभ को लेकर डीएमआरसी को देने के लिए 115 करोड़ की मंत्रीपरिषद से स्वीकृति दी गई, जिससे प्राथमिक कॉरिडोर के लिए तीन डब्बे वाली एक ट्रेन, मेट्रो लाइन के लिए पटरी और लिफ्ट और एस्केलेटर की खरीद की जाएगी।

पुणे में बनी मेट्रो ट्रेन से पटनावासी करेंगे आवागमन

जानकारी के अनुसार टीटागढ़ रेल सिस्टम्स लिमिटेड की ओर से निर्मित ट्रेन का पटना के प्राथमिक कॉरिडोर में इस्तेमाल किया जाएगा। जिसका निर्माण पुणे में किया जा रहा है।

जून 2025 तक डिपो बनकर हो जाएगा तैयार

डिपो का निर्माण लगभग 30.5 हेक्टेयर जमीन पर किया जा रहा है। जिसके 19.2 हेक्टेयर जमीन पर वर्कशॉप और 11.3 हेक्टेयर पर व्यावसायिक केन्द्र का निर्माण होना है। जिसका निर्माण जून 2025 में पूरा कर लिया जाएगा। प्राथमिक कॉरिडोर में चलने वाली ट्रेन डिपो से ही प्रतिदिन आवागमन के लिए प्रारंभ किया जाएगा। डिपो में प्रशासनिक भवन, ऑक्जीलरी सब स्टेशन बिल्डिंग, ऑटो कोच वॉशिंग प्लांट, वर्क्सशॉप शेड, इंसपेक्सन शेड, इंटरनल क्लीनिंग शेड, रिशिभिंग सब स्टेशन, स्क्रैप यार्ड, कंट्रोल रूम, टाइम और सिक्योरिटी ऑफिस सहित अन्य का निर्माण कार्य तेजी चल रहा है। इसके साथ ही डिपो के अंदर पटरी बिछाने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया।

फिलहाल 80 किलोमीटर प्रति घंटे से कम होगी रफ्तार

कॉरिडोर-टू में मेट्रो का आवागमन शुरू होने के बाद ही सिग्नल के सहारे मेट्रो का परिचालन होगा। प्राथमिक कॉरिडोर के पांच स्टेशनों पर वॉकी-टॉकी के सहारे मेट्रो का परिचालन होगा। इससे मेट्रो की रफ्तार औसत गति 80 किमी प्रति घंटे से कम रहेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मलाही पकड़ी से आईएसबीटी तक आवागमन करने में लगभग 20 से 30 मिनट का समय लगेगा। हालांकि प्राथमिक कॉरिडोर में मेट्रो की रफ्तार क्या होगी, इसका निर्णय सीएमआरएस की ओर से ट्रायल के बाद निर्धारित की जाएगी।

6 किमी लंबी रेल लाइन में बिछनी है पटरी

6.107 किमी लंबे मार्ग पर मेट्रो का परिचालन होना है। पटरी बिछाने और पांच स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर लगाने की जिम्मेदारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की है। किसी कंपनी से समन्वय कर तत्काल निर्मित पटरी का क्रय किया जाएगा। जिन कंपनियों के पास पर्याप्त संख्या में लिफ्ट और एस्केलेटर होगी उन्हीं कंपनी को पांचों स्टेशनों की जिम्मेदारी दी जाएगी।

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