कोलकाता रेप मर्डर के खिलाफ पटना में डॉक्टरों की हड़ताल, ओपीडी में इलाज नहीं; ऑपरेशन टले
बिहार की राजधानी पटना में एम्स और पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टर मंगलवार को कोलकाता में महिला चिकित्सक की रेप के बाद हत्या के विरोध में हड़ताल पर उतर आए। इससे मरीजों को काफी परेशानी हुई।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में महिला डॉक्टर की रेप के बाद निर्मम तरीके से हत्या का मामला देश भर में तूल पकड़ रहा है। बिहार की राजधानी पटना के प्रमुख अस्पतालों में मंगलवार को डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। इससे मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। पटना एम्स से लेकर पीएमसीएच में ओपीडी सेवा प्रभावित रही। वहीं, ऑपरेशन भी टल गए हैं।
पटना एम्स में मंगलवार को जूनियर और रेसिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहे। उन्होंने परिसर में विरोध स्वरूप धरना दिया। इससे इलाज कराने आए मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में भी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। इससे ओपीडी व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई। पीएमसीएच में पटना समेत अन्य जिलों से इलाज कराने आए मरीज परेशान होते रहे।
पालीगंज की 9 साल की बच्ची रोशनी का हादसे में पैर टूट गया। उसके पिता अंतुर रहमान उसे लेकर पीएमसीएच में पहुंचे। हड्डी रोग विभाग में डॉक्टर नहीं होने से उसका इलाज नहीं पाया। इससे परिजन परेशान हो गए। अन्य विभागों में भी कमोबेश यही स्थिति रही। पीएमसीएच में हड़ताल की वजह से मंगलवार को लगभग आधा दर्जन ऑपरेशन भी टल गए।
बता दें कि पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार को कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हुई दरिंदगी के विरोध में कैंडल मार्च निकाला था। पीएमसीएच जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के सचिव अंकित सिंह ने सोमवार देर शाम सैकड़ों मेडिकल छात्रों और चिकित्सा कर्मियों की मौजूदगी में अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की थी। पटना ही नहीं बल्कि रांची, दिल्ली समेत देशभर के अस्पतालों में डॉक्टर इस मामले में हड़ताल पर चले गए हैं।