पहले नशे की पार्टी फिर मौत का खेल, पटना में वकील के बेटे की हत्या का सनसनीखेल खुलासा
सिटी एसपी सेंट्रल चंद्रप्रकाश ने बताया कि गोलू, यश और रवि एक साथ कमरे में बैठे थे। वे ब्राउन शूगर का सेवन कर रहे थे। इतने में बाकी किराया को लेकर रवि के साथ दोनों की बहस हो गई। कुछ समय बाद रवि को गोलू और यश पीटने लगे। एक रवि के सीने पर चढ़ गया और दूसरे ने गमछे से गला घोंट दिया।
पटना सिविल कोर्ट के वकील रामायण प्रसाद के बेटे रवि कुमार (35) की हत्या कांड का खुलासा बिहार पुलिस ने कर लिया है। उनके दो किरायेदारों ने ही कर दी थी। किराये के विवाद में हत्या कर घर में रखे जेवरात की चोरी कर ली। एसआईटी ने गोलू उर्फ शिवम सर्राफ और (नगर थाना, सीतामढ़ी), यश राज (नगर थाना, सीतामढ़ी) और बलराम प्रसाद (वार्ड नं 9, नगर सीतामढ़ी) को गिरफ्तार कर लिया है।
बलराम रवि की हत्या करने के आरोपित गोलू का पिता है। चोरी गये सोने के जेवरात को उसने गला दिया था। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर 167.8 ग्राम सोना, 123.46 ग्राम चांदी के चूर्ण जैसा पदार्थ और छह मोबाइल बरामद किए हैं।
ब्राउन शूगर का किया था सेवन
सिटी एसपी सेंट्रल चंद्रप्रकाश ने बताया कि गोलू, यश और रवि एक साथ कमरे में बैठे थे। वे ब्राउन शूगर का सेवन कर रहे थे। इतने में बाकी किराया को लेकर रवि के साथ दोनों की बहस हो गई। कुछ समय बाद रवि को गोलू और यश पीटने लगे। एक रवि के सीने पर चढ़ गया और दूसरे ने गमछे से गला घोंट दिया। इसके बाद थिनर और पेंट रवि के शरीर पर डाल दिया।
सिर्फ सोना ले जाने पर पुलिस को हुआ शक
सिटी एसपी ने बताया कि तफ्तीश के दौरान पता चला कि हत्या करने वाले अपराधी घर से जेवरात ले गये हैं। अपराधियों ने नकली जेवरात वहीं छोड़ दिये थे। पुलिस को पता चल गया कि जिन अपराधियों ने हत्या की है, उन्हें असली और नकली सोने की पहचान थी। पता चला कि गोलू के पिता सोना-चांदी के कारोबार से जुड़े हैं। पुलिस ने जब गोलू और यश की तलाश शुरू की तो दोनों फरार मिले। बाद में एसआईटी ने दोनों को सीतामढ़ी से पकड़ा। इसके बाद भोजपुर जिले के नवादा से गोलू के पिता बलराम को पकड़ा गया। उसने सोना को गलाने की बात कबूल कर ली। उसी की निशानदेही पर पुलिस ने लूटे गये सोने को बरामद किया। एसआईटी का नेतृत्व डीएसपी विधि व्यवस्था 1 कृष्णा मुरारी प्रसाद कर रहे थे। टीम में विशिष्ट आसूचना इकाई के इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, बुद्धा कॉलोनी थानेदार सदानंद साह के अलावा अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
सोना बेच मिले थे 3.53 लाख
वारदात को अंजाम देने के बाद गोलू ने पिता को गांधी मैदान के पास बुलाया। फिर चुराए गए जेवरात उन्हें सौंप दिए। उसे बाकरगंज की एक दुकान में बेचकर 3.53 लाख रुपये मिले थे। इसमें से 2.70 लाख गोलू और 83 हजार रुपये यश ने रख लिए।
वारदात के बाद नेपाल भाग गये थे आरोपित
वारदात के बाद गोलू और यश एक दिन तक उसी मकान में रहे। फिर सीतामढ़ी और नेपाल चले गये। बकौल सिटी एसपी घटना के दिन पुलिस ने एफएसएल की टीम के साथ ही फिंगर प्रिंट ब्यूरो को बुलाया था। उस समय मौका ए वारदात से कई नमूने इकट्ठा किये गये थे। अब पकड़े गये अपराधियों और घटनास्थल पर मिले अंगुलियों के निशान का मिलान होगा। यह आरोपितों के खिलाफ एक पुख्ता सबूत होंगे जिसे पुलिस कोर्ट में पेश करेगी ताकि उन्हें सजा मिल सके।