एनडीए या महागठबंधन, किसके साथ बिहार चुनाव लड़ेगी रालोजपा? फरवरी में फैसला लेंगे पशुपति पारस
पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रही है। पारस एनडीए या महागठबंधन, किसके साथ चुनाव लड़ेंगे, इस पर अगले महीने फैसला होने वाला है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में जुट गई है। रालोजपा एनडीए या महागठबंधन, किसके साथ आगामी चुनाव लड़ेगी, इसपर फरवरी महीने में फैसला लिया जाएगा। रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि पशुपति पारस के नेतृत्व में अगले माह राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक बुलाई जाएगी। उसके दूसरे दिन रालोजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह की अध्यक्षता में तय किया जाएगा कि आगामी चुनाव में किस मोड में पार्टी को आगे बढ़ाना है। इसमें गठबंधन के स्वरूप को लेकर भी फैसला होगा।
उन्होंने कहा कि पशुपति पारस लगातार बिहार के अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं और पार्टी के लोगों को पूरी तरह से सक्रिय कर रहे हैं। रालोजपा ने राज्य के अलग-अलग विधानसभाओं में विधानसभा सम्मेलन का आयोजन की शुरुआत कर दी है। पार्टी का यह सम्मेलन सभी विधानसभा क्षेत्र में होगा। सम्मेलन में संभावित प्रत्याशियों का भी चयन होगा।
रालोजपा प्रवक्ता ने कहा कि पिछले साल पशुपति पारस ने बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तैयारी की घोषणा की थी। इस कार्य योजना पर पार्टी के सभी बड़े नेता एवं जिलाध्यक्ष सभी राज्य के पदाधिकारी एवं जिला स्तर के सभी संगठन के पदाधिकारी पूरी मजबूती से लग गए हैं। उन्होंने दावा किया कि पशुपति पारस इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पारसमणी पत्थर साबित होने वाले हैं। रालोजपा विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद एक निर्णायक ताकत बनकर उभरेगी।
लोकसभा चुनाव में एनडीए से साइडलाइन हुए थे पारस
साल 2024 में हुए लोकसभा चुनाव से पहले पशुपति पारस की पार्टी रालोजपा को एनडीए में साइडलाइन कर दिया था। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पारस के भतीजे चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) को तरजीह दी थी। इससे नाराज होकर पारस ने नरेंद्र मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। उनके विपक्षी गठबंधन INDIA अलायंस में जाने की अटकलें भी लगाई गई थीं। हालांकि, बाद में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को अपना समर्थन दिया था। लोकसभा चुनाव के बाद एनडीए की विभिन्न बैठकों और कार्यक्रमों से पशुपति पारस को नहीं बुलाया गया। फिलहाल उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं है।
पारस के दही-चूड़ा भोज में पहुंचे लालू यादव
हाल ही में मकर संक्रांति के अवसर पर पशुपति पारस ने पटना स्थित अपने आवास पर दही-चूड़ा भोज का आयोजन किया। इसमें उन्होंने जेडीयू, बीजेपी और आरजेडी के सभी प्रमुख नेताओं को न्योता दिया था। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव इस भोज में पहुंचे। इससे चर्चाओं का दौर शुरू हो गया कि पशुपति पारस बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में जा सकते हैं।