नीट पेपर लीक: संजीव मुखिया समेत इन लोगों की प्रॉपर्टी खंगालेगी ED, आरोपी अभ्यर्थियों के अभिभावकों की भी जांच
नीट पेपर लीक मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच प्रवर्तन निदेशालय करेगा। सीबीआई की एफआईआर में दर्ज सभी अभियुक्तों की संपत्ति ईडी खंगालेगी। साथ ही आरोपी अभ्यर्थियों के अभिभावकों की प्रॉपर्टी की भी ईडी जांच करेगी।
नीट पेपर लीक के मामले में अब ईडी भी जांच शुरू करने जा रही है। इस मामले में सीबीआई के अंतर्गत दर्ज एफआईआर के सभी नामजद अभियुक्तों की संपत्ति की जांच होगी। इसमें एक दर्जन से अधिक नामजद के अलावा अज्ञात को भी अभियुक्त बनाया गया है। यानी जांच के बढ़ते क्रम के साथ ही इनमें कई अन्य अभियुक्तों को शामिल किया जा सकता है।
फिलहाल संजीव मुखिया, अमित वत्स समेत कुछ अन्य अभियुक्त फरार चल रहे हैं। चूंकि सीबीआई की दिल्ली इकाई में इस मामले की एफआईआर दर्ज है, इस वजह से ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की दिल्ली इकाई ने ही सीबीआई की एफआईआर के आधार पर अपने यहां ईसीआईआर (इंफोर्समेंट केस इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ईडी सभी अभियुक्तों के संपत्ति की जांच करेगी।
नामजद अभियुक्तों की फेहरिस्त में संजीव मुखिया, अमित वत्स, रॉकी, चिंटू, नीतीश कुमार, अमित आनंद, पंकज, कनीय अभियंता सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, संजीव कुमार समेत ऐसे अन्य सेटरों के संपत्ति की जांच होगी। हालांकि नामजद अभियुक्तों की फेहरिस्त में दो-तीन अभ्यर्थी भी शामिल हैं, जिनकी संपत्ति की जांच नहीं होगी। लेकिन इनके पिता या इनके लिए पैसे देने वाले इनके तथाकथित अभिभावकों की संपत्ति की जांच हो सकती है।
ईडी मुख्य रूप से पेपर लीक कांड में शामिल सभी सेटरों की संपत्ति को खंगालेगी और इनके माध्यम से बड़े लेनदेन करने वालों की अवैध संपत्ति का भी लेखाजोखा लेगी। सेटरों के स्तर से आपराधिक गतिविधि की मदद से करोड़ों की जमा की गई संपत्ति का पता लगाकर इन्हें धन शोधन कानून के दायरे में लाकर जब्त करना ईडी का मकसद है। सेटरों के बिहार समेत दूसरे राज्यों में फैले पूरे रैकेट का पता लगाना तथा उनकी गिरेबान तक पहुंचना भी है।