जनजातीय छात्रावास के लिए 24 में पांच जिलों ने ही दी रिपोर्ट
बिहार शिक्षा विभाग ने 24 जिलों से जनजातीय छात्रावास खोलने के लिए रिपोर्ट मांगी थी। केवल पांच जिलों ने रिपोर्ट भेजी, जिसमें से तीन मानक पर हैं। विभाग ने इस लापरवाही पर जिलों से जवाब मांगा है। रिपोर्ट...
मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। जिलों में जनजातीय छात्रावास खोलने की संभावनाओं को तलाशते हुए शिक्षा विभाग ने जिलों से एक रिपोर्ट मांगी थी। 24 जिलों से रिपोर्ट मांगी गई थी। मात्र पांच जिलों ने रिपोर्ट भेजी है। इसमें भी तीन जिलों की रिपोर्ट ही मानक पर है। दो जिलों ने जो रिपोर्ट दी है, वह विभाग के मकसद को पूरा नहीं कर रहा है। इस लापरवाही पर बिहार शिक्षा परियोजना ने जिलों से जवाब तलब किया है।
विभागीय समीक्षा में यह मामला सामने आया है। जिलों से रिपोर्ट डेढ़ महीने पहले मांगी गई थी। इसमें मुजफ्फरपुर समेत 24 जिलों को जनजातीय आबादी, स्कूलों में इस कोटि के पढ़ने वाले बच्चे, आउट ऑफ स्कूल बच्चों के आंकड़े देने थे। छात्रावास खोलने को लेकर जमीन उपलब्धता की भी जानकारी देनी थी। रिपोर्ट 15 दिनों में मांगी गई थी।
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