मिथिला व मौर्य की रैक में बदलाव से यात्रियों की दुश्वारी बढ़ी
- एसी थ्री टायर बोगी बढ़ने से स्लीपर-जेनरल कोच घटे - जेनरल में चढ़ने
मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। मिथिला व मौर्य एक्सप्रेस की रैक में बदलाव ने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। दोनों ट्रेनें अब एलएचबी रैक से परिचालित की जा रही है। थ्री टियर श्रेणी की बोगियों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन स्लीपर और जेनरल बोगी की संख्या घट गयी है। इससे यात्रियों को स्लीपर और जेनरल में सीट नहीं मिल रही है।
रेलवे के गोपनीय सर्वे के मुताबकि, भीड़ की वजह से मिथिला और मौर्य एक्सप्रेस को रोजाना औसतन दो सौ से अधिक यात्री छोड़ रहे हैं। हावड़ा जाने के लिए वे स्पेशल या फिर जंक्शन से खुलने वाली दूसरी ट्रेन पकड़ ले रहे हैं। हालांकि हटिया, रांची और ओडिशा के सम्बलपुर जाने वाले यात्री ज्यादा परेशान हैं। उन्हें यात्रा को बढ़ाना पड़ रहा है, या फिर दूसरे रूट की ट्रेन से यात्रा करनी पड़ रही है। मालूम हो कि, एलएचबी रैक में दो साधारण यानी जेनरल श्रेणी की बोगी का प्रावधान है। वहीं आइसीएफ में पांच जेनरल बोगियां होती थीं। इससे आम यात्री जेनरल बोगी में आसानी से यात्रा करते थे। लेकिन, बोगी की संख्या कम होने से यात्रियों के लिए मुश्किलें बढ़ी हैं। रेलवे को इसे लेकर स्टेशन सलाहकार समिति ने कई बार अवगत कराया भी है, लेकिन रेलवे ने अबतक ठोस कदम नहीं उठाया है।
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