नामांकन के इंतजार में फार्मेसी के 12 हजार छात्र
मुजफ्फरपुर में 12 हजार बीफार्मा छात्र काउंसिलिंग के इंतज़ार में हैं। बीसीईसीई ने परीक्षा का रिजल्ट जुलाई में घोषित किया, लेकिन काउंसिलिंग की तारीख अब तक नहीं आई। इससे शैक्षिक सत्र में देरी का खतरा है।...
मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता एमआईटी समेत पूरे बिहार में बीफार्मा के 12 हजार विद्यार्थी नामांकन के इंतजार में हैं। बीसीईसीई ने बीफार्मा की लिखित परीक्षा का रिजल्ट जुलाई में घोषित किया था, लेकिन अब तक काउंसिलिंग की तारीख जारी नहीं हुई है। बीफार्मा की काउंसिलिंग अगस्त में शुरू हो जानी चाहिए थी। काउंसिलिंग की तारीख नहीं आने से परेशान छात्र रोज एमआईटी व दूसरे फार्मेसी कॉलेजों का चक्कर काट रहे हैं।
एमआईटी के प्राचार्य प्रो मिथिलेश कुमार झा ने बताया कि दाखिले के लिए काउंसिलिंग कराना बीसीईसीई का काम है। इसमें एमआईटी का हस्तक्षेप नहीं होता है। एमआईटी में बीफार्मा की 100 सीटों पर नामांकन होता है। मुजफ्फरपुर में एमआईटी के अलावा निजी कॉलेजों में बीफार्मा की पढ़ाई होती है। लिखित परीक्षा पास करने वाले छात्रों ने बताया कि काउंसिलिंग में विलंब से शैक्षिक सत्र देर होने का खतरा है। अगस्त में बीसीईसीई ने दूसरे कोर्स में काउंसिलिंग शुरू करा दी थी, लेकिन बीफार्मा के लिए तारीख नहीं आई है। सितंबर भी बीत चला है। अक्टूबर में काउंसलिंग हुई तो नवंबर से कक्षाएं होंगी। इससे सत्र लगभग छह महीने तक देर हो जाएगा। कक्षाएं देर होने से परीक्षा भी देर से शुरू होगी। एक छात्र ने बताया कि दूसरे राज्यों में फार्मा की पढ़ाई करने वाले छात्र दो महीने की पढ़ाई पूरी करने वाले हैं और यहां नामांकन का इंतजार है।
फार्मेसी के कुछ शिक्षकों ने बताया कि स्नातक में सत्र देर होने से पीजी करने में भी छात्रों को परेशानी होगी। अगर छात्र बिहार से बाहर के कॉलेजों में पीजी करना चाहेगा तो उसे दाखिला लेने में दिक्कत आएगी क्योंकि सूबे के बाहर के कॉलेजों में जब दाखिला चल रहा होगा तब यहां के छात्र फाइनल रिजल्ट के इंतजार में होंगे।
एमआईटी में एमफार्मा शुरू करने की तैयारी
एमआईटी में एमफार्मा शुरू करने की तैयारी चल रही है। प्राचार्य प्रो. मिथिलेश कुमार झा ने कहा कि एमआईटी प्रशासन इस दिशा में काम कर रहा है। एमआईटी में एमफार्मा की पढ़ाई शुरू हो जाने से उत्तर बिहार में यह पहला कॉलेज होगा जहां फार्मा में छात्र पीजी कर सकेंगे। प्राचार्य का कहना है एमफार्मा के लिए कागजी कार्रवाई हो रही है।
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दो विवि के फेर में फंसा छात्रों का रजिस्ट्रेशन
बीफार्मा के लगभग 30 विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन दो विश्वविद्यालयों के फेर में फंसा है। मामला सत्र 2023 में लैटरल इंट्री से प्रवेश पाने वाले छात्रों का है। इन छात्रों में छह एमआईटी के हैं। छात्रों के रजिस्ट्रेशन के समय आर्यभट्ट नॉलेज विवि ने कहा कि अब वह छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं करेगा, क्योंकि बिहार हेल्थ विवि खुल चुका है। जब छात्र हेल्थ विवि में गए तो बताया गया कि जब छात्रों का दाखिला हुआ तब हेल्थ विवि नहीं खुला था।
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