मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की फजीहत, सरकारी दफ्तर के बाहर दूसरी बार धंसी सड़क
मुजफ्फरपुर में प्रमंडलीय आयुक्त के दफ्तर के बाहर सड़क धंस गई। इसी जगह पर सात महीने पहले भी रोड धंसा था, जिसकी मरम्मत की गई थी। शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनाई गए रोड के धंसने के मामले कई बार आ चुके हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। मंगलवार को एक बार फिर से स्मार्ट सिटी ने मुजफ्फरपुर की फिर से फजीहत करा दी। प्रमंडलीय आयुक्त सरवणन एम के कार्यालय गेट पर सड़क धंस गई। इसके नीचे सिवरेज लाइन गुजर रही है। उसकी आनन-फानन में बांस बल्ले लगाकर घेराबंदी कर दी गई। बताया जा रहा है कि नगर निगम के कूड़ा ढोने वाले डंपर के गुजरने के बाद सवा मीटर चौड़ी और 10 मीटर से अधिक लंबाई में सड़क धंस गई। हालांकि किसी तरह की दुर्घटना नहीं हुई।
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के प्रभारी प्रेम शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अब सड़क को खोदने के बाद ही धंसने की मूल वजह की जानकारी हो सकेगी। बता दें कि सात महीने पहले भी इसी जगह सड़क धंस गई थी। उस वक्त नगर निगम का ट्रक फंस गया था। काफी मशक्कत के बाद ट्रक को निकला गया था। फिर सड़क की मरम्मत की गई थी। दूसरी बार सड़क के धंसने से स्मार्ट सिटी की कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर दिया है।
मुजफ्फरपुर में हाल के समय में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से बनी सड़कों के कई जगहों पर धंसने के मामले सामने आ चुके हैं। सरैयागंज टावर से सिकंदरपुर एवं धर्मशाला चौक से इस्लामपुर रोड पर कई जगह सड़कों पर गड्ढे पड़ गए हैं। इससे ई रिक्शा और ठेले पलट रहे हैं। इन दोनों सड़कों का निर्माण सीवरेज की पाइपलाइन बिछाने के बाद स्मार्ट सिटी के अखाड़ाघाट पेरिफेरल एवं सूतापट्टी फेस लिफ्टिंग प्रोजेक्ट के तहत हुआ है।
दो महीने के भीतर सड़क के धंसने एवं सीवरेज के मैनहोल के ढक्कन के टूटने के बाद कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि, शिकायत के बाद भी स्मार्ट सिटी के पदाधिकारी व निर्माण एजेंसी की नींद नहीं खुल रही है।