बिहार में शराब माफिया का पैंतरा, ईंट के नीचे स्प्रिट, आसानी से आ रहा मौत का सामान
नकली शराब बनाने के लिए ले जाई जा रही स्प्रिट के साथ ट्रैक्टर चालक मीनापुर थाना के राघोपुर निवासी मो. शमशाद और हथोड़ी इलाका निवासी मानिशंकर कुमार कुमार को गिरफ्तार किया है। स्प्रिट की खेप को बोलेरो गाड़ी से माफिया स्कॉर्ट कर रहे थे।
बिहार में ट्रेक्टर ट्रेलर पर ईंट के नीचे गैलन में स्प्रिट की खेप आसानी से एक से दूसरे जिले पंहुचाई जा रही है। इस तरह जहरीली शराब बनाने वाले माफिया स्प्रिट ढोने के लिए नए तरीके निकाल रहे हैं। इसका खुलासा शनिवार की सुबह मुजफ्फरपुर में उत्पाद पुलिस टीम की छापेमारी में हुई है। उत्पाद पुलिस ने मानियारी टोल प्लाजा पर 34 गैलेन में करीब 1300 लीटर स्प्रिट के साथ ट्रेक्टर ट्रेलर जब्त किया है। ट्रेक्टर पर नीचे में स्प्रिट के गैलेन और ऊपर में ईंट रखा था। समस्तीपुर होकर मुजफ्फरपुर तक दो जिले का बॉर्डर चेक पोस्ट क्रॉस कर इतनी मात्र में स्प्रिट लाई जा रही थी। नकली शराब बनाने के लिए ले जाई जा रही स्प्रिट के साथ ट्रैक्टर चालक मीनापुर थाना के राघोपुर निवासी मो. शमशाद और हथोड़ी इलाका निवासी मानिशंकर कुमार कुमार को गिरफ्तार किया है। स्प्रिट की खेप को बोलेरो गाड़ी से माफिया स्कॉर्ट कर रहे थे। नाटकीय ढंग से मणिशंकर कुमार को उत्पाद पुलिस ने ट्रैक्टर चालक से कॉल करवाकर बुलवाया। इसतरह टायर पंगचर होने का बहाना बनवाकर बुलवाया और दबोच लिया।
उत्पाद सहायक आयुक्त विजय शंकर डूबे ने बताया कि स्प्रिट में यदि इथाइल अल्कोहल है तो इसे शराब की रूप में इस्तेमाल हो सकता है और अगर स्प्रिट मिथाइल अल्कोहल है तो वह जहरीली है। इसे पीने वाले की मौत हो जाएगी। ट्रैक्टर पर जब्त 34 गैलेन में 1300 लीटर स्प्रिट की यह खेप बेगूसराय से मुजफ्फरपुर लाई जा रही थी। जब्त स्प्रिट की जांच लैब में कराई जाएगी। यदि स्प्रिट मिथाइल अल्कोहल निकलता है तो यह माना जायेगा कि सिवान और छपरा की बाद मुजफ्फरपुर को भी दहलाने की बड़ी साजिश रची गई थी। स्प्रिट की साथ दो धंधेबाज को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की गिरफ्तारी की लिए बेगूसराय से लेकर मीनापुर, मानियारी और कांटी इलाके में छापेमारी चल रही है।
कांटी और मीनापुर में पहुंचाई जाती स्प्रिट
पूछताछ में गिरफ्तार मणिशंकर कुमार और शमशाद ने उत्पाद पुलिस को बताया है कि स्प्रिट की इस खेप को मीनापुर और कांटी इलाके में उतारा जाना था। दोनों इलाके के धंधेबाजो ने इसे मंगवाया था इन इलाकों में भारी मात्रा में स्प्रिट से बनी नकली शराब बिकती है। स्प्रिट से बनी एक ग्लास शराब 50 रुपये में बेचीं जाती है। जब्त खेप से करीब 8 हजार लीटर शराब बनाई जाती।
पंक्चर का पैसा देने आया तो धाराया
ट्रैक्टर चालक ने पकड़ाने के बाद उत्पाद पुलिस को बताया कि धंधेबाज बोलेरो से आगे आगे चल रहा है। उसे टायर पंगचर के बहाने बुलाना होगा। अन्यथा और किसी बात के लिए कॉल किया तो वह जान जायेंगे कि माल पकड़ा गया। इस तरह वे लोग भाग जायेंगे। इस तरह टायर पंगचर की झूटी कहानी बनाकर मानिशंकर को बुलाया गया।