जल्द ही पूरी तरह से हाईटेक होगा मुंगेर विश्वविद्यालय
मुंगेर विश्वविद्यालय जल्द ही डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है। अब नामांकन, परीक्षा, और प्रमाण-पत्र की प्रक्रियाएं पूरी तरह से डिजिटल होंगी। छात्रों को उनके अंकपत्र और प्रमाण-पत्र ऑनलाइन डिजिलॉकर पर...

मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय शीघ्र ही अधिकांश मामलों में हाईटेक होने वाला है। इसकी सारी व्यवस्था अब धीरे-धीरे डिजिटलाइज होगी। पहले से ही विश्वविद्यालय में नामांकन की व्यवस्था डिजिटल तो है ही अब परीक्षा एवं प्रमाण-पत्र से संबंधित सभी प्रक्रिया भी पूरी तरह डिजिटल हो जाएगी। इसके साथ-साथ परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य भी कंप्यूटर के माध्यम से ही कराया जाएगा। यहां के विद्यार्थियों को आने वाले समय में उनका प्रमाण-पत्र एवं अंकपत्र आनलाइन डिजिलॉकर पर प्राप्त होगा। इसको लेकर राजभवन के निर्देशानुसार मुंगेर विवि ने तैयारी शुरू कर दिया है। इसके तहत राजभवन के माध्यम से चयनित कर्नाटक की एजेंसी बीईसीआईएल के प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को विश्वविद्यालय के अधिकारियों की एक बैठक सिंडिकेट हॉल में आयोजित की गई। विवि के डीएसडब्लू प्रो. (डॉ) भवेश चंद्र पांडेय की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में विवि की ओर से कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर परीक्षा नियंत्रक प्रो. अमर कुमार, प्रॉक्टर प्रो. संजय कुमार, वित्त पदाधिकारी प्रो. रंजन कुमार, पीआरओ डॉ प्रियरंजन तिवारी, उपकुलसचिव डॉ अंशु कुमार राय, नोडल अधिकारी डॉ सूरज कोनार एवं उप- परीक्षा नियंत्रक डॉ मुकेश कुमार सहित अन्य कई अधिकारी शामिल हुए।
इस संबंध में जानकारी देते हुए कुलसचिव ने ने बताया कि, राजभवन द्वारा राज्य के सभी विश्वविद्यालयों को नामांकन, परीक्षा, परीक्षाफल, प्रमाण-पत्र एवं अंक- पत्र सहित विद्यार्थियों से संबंधित सभी शैक्षणिक कार्यों के लिए एक कामन वेब पोर्टल तैयार करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही राजभवन द्वारा इसके लिए अपने स्तर से कर्नाटक की एक एजेंसी बीईसीआईएल का चयन भी किया है। ऐसे में, राजभवन के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय में नया यूएमआईएस वेब पोर्टल बनाने की तैयारी चल रही है। इसी के तहत राजभवन द्वारा चयनित एजेंसी के एक प्रतिनिधि के साथ बुधवार को सिंडिकेट सभागार में विवि अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने बताया कि, एजेंसी के प्रतिनिधि ने बैठक में नया यूएमआईएस तैयार करने तथा प्रति विद्यार्थी आने वाले खर्च के संबंध में अधिकारियों को जानकारी दिया। एजेंसी के प्रतिनिधि के अनुसार कॉमन वेब पोर्टल पर परीक्षा के बाद विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका का मूल्यांकन कार्य कंप्यूटर से कराने की भी सुविधा होगी। इससे शिक्षकों का भार कम होगा और उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन कार्य में तेजी आएगी। इसके साथ-साथ परीक्षा के बाद विद्यार्थियों को उनका सभी प्रकार का प्रमाण-पत्र इस कामन वेब पोर्टल के माध्यम से ही डिजिलॆकर पर उपलब्ध होगा, जहां से वे अपनी सुविधा अनुसार जब मन तब अपना प्रमाण पत्र ले सकते हैं।
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