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मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई वाहन टीम पशुपालकों के परेशानियों को करेंगे दूर: डीएम मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई वाहन टीम पशुपालकों के परेशानियों को करेंगे दूर: डीएम मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई वाहन टीम पशुपालकों के परेशानियों को करेंगे दूर: डीएम

फोटो मुंगेर-1, सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते डीएम अवनीश कुमार सिंह

Newswrap हिन्दुस्तान, मुंगेरTue, 10 Sep 2024 12:38 AM
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मुंगेर, निज प्रतिनिधि। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई जिले के पशुपालकों के लिए अतिमहत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। इस योजना का लाभ लेने के लिये पशुपालक टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर पशु चिकित्सकों को अपने घर पर बुलाकर नि:शुल्क चिकित्सा करवा सकते हैं, यहां तक कि छोटे पशुओं के लिये तो सर्जरी की भी सुविधा वाहन में उपलब्ध रहेगी। ये बातें डीएम अवनीश कुमार सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर से मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि सभी प्रखंडों को एक-एक वाहन उपलब्ध कराया गया है। डीएम ने कहा कि इस वाहन में 55 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं, जो किसानों को नि:शुल्क मिलेगी। लेकिन यह सेवा वैसे पशुपालकों को मिलेगा जिसके घर से दो किलोमीटर तक कोई पशु अस्पताल नहीं हो।

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प्रात: 9 बजे से शाम पांच बजे तक पशुपालकों को मिलेगा इलाज की सुविधा:

पशुपालन विभाग पशुपालकों के द्वार पर पहुंचकर पशु चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने को लेकर प्रात: 9:00 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक तैयार रहेंगे। पशुओं के लिये इस योजना का नाम मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई रखा गया है। यह कार्यक्रम राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय योजना -2 के अंतर्गत राज्य सरकार के संसाधनों एवं केंद्र प्रायोजित योजना राष्ट्रीय पशुधन स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत किया जाएगा।

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जीपीएस सुविधायुक्त एवं सुसज्जित वाहन है मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई:

मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई जीपीएस सुविधायुक्त एवं सुसज्जित वाहन है, जिसमें पशु रोगों की पहचान पशु चिकित्सा एवं लघु सर्जरी के साथ ही कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा उपलब्ध रहेगी। मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के माध्यम से विभिन्न सेवाएं जैसे पशु चिकित्सा, लघु सर्जरी, अंत: कृमिनाशन, ड्रेसिंग, डीहार्मिंग गर्भ जांच, डिस्टोकिया, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान इत्यादि उपलब्ध कराई जाएगी। इससे पशुपालकों को काफी सहुलियत होगी।

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टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर अथवा मोबाइल एप के माध्यम से कॉल सेंटर में पशु चिकित्सा के लिए कर सकते हैं संपर्क:

पशु चिकित्सा इकाई में एक पशु चिकित्सक, एक पशु चिकित्सा सहायक एवं एक चालक सह परिचारी की आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से व्यवस्था की गई है। टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल कर अथवा मोबाइल एप के माध्यम से कॉल सेंटर में पशु चिकित्सा के लिए संपर्क किया जा सकता है। संपर्क के उपरांत उसका पंजीकरण कर लिया जाएगा। कॉल सेंटर मे मौजूद पशु चिकित्सक द्वारा केस के प्राथमिकता के आधार पर निर्धारण किया जाएगा तथा कॉल एग्जीक्यूटिव के द्वारा संबंधित प्रखंड अंतर्गत संचालित मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई को सूचना देकर चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी ।

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अब पशुपालकों को अपने पशुओं की चिकित्सा को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा। इस वाहन में 55 प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं, जो किसानों को नि:शुल्क मिलेगी। इस योजना से दुदूर इलाकों के पशुपालकों को काफी लाभ होगा। सूचना मिलने के बाद प्राथमिकता के आधार पर पशुपालकों के घर पर पहुंचकर चिकित्सक पशुओं की इलाज करेंगे। सूचना पशुपालकों को टॉल फ्री नंबर 1962 पर देनी होगी।

डा. कमलदेव यादव, जिला पशुपालन पदाधिकारी मुंगेर।

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