अपनी शर्तों पर हक लेंगे निषाद, एकलव्य नहीं अर्जुन बनेंगे; मुकेश सहनी ने दिखाए तेवर
वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में निषाद समाज अपने बलबूते पर सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। मल्लाह अपनी शर्तों पर अपना हक लेकर दिखाएंगे।
बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के तेवर तल्ख होते जा रहे हैं। बिहार में निषाद संकल्प यात्रा पर निकले सहनी ने मंगलवार को खगड़िया में वीआईपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि निषाद समाज के लोग आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार बनाएगी और अपनी शर्तों पर अधिकार लेगी। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और समाज के लोगों से एकलव्य नहीं बल्कि अर्जुन जैसे धनुर्धर बनने की अपील की।
पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने खगड़िया में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान कहा कि निषाद समाज अपनी सरकार बनाएगा और अपनी शर्त पर अधिकार पाएगा। बिहार यात्रा के तहत सहनी हर जिले में रात्रि विश्राम के दौरान पार्टी के जिला पदाधिकारियों से मिलकर, बूथ स्तर पर मतदाताओं को जागरूक करने का मंत्र दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि निषाद समाज के आरक्षण की लड़ाई जारी रहेगी।
मुकेश सहनी ने आरोप लगाए कि एनडीए ने निषाद समाज को 100 साल पीछे धकेल दिया है। एनडीए एकजुट होकर अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने एनडीए पर जात-पात की राजनीति करने का आरोप लगाया और दावा किया कि बिहार की जनता मिलकर बीजेपी और जेडीयू के गठबंधन को सत्ता से बाहर करेगी।
वीआईपी प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि महाभारत का एकलव्य बनना उन्हें मंजूर नहीं है। अगर वे धनुर्धर बनें हैं तो लक्ष्य भी साधेंगे। एनडीए ने निषाद ही नहीं बल्कि पूरे अति पिछड़ा समाज के लोगों को दुर्दशा में धकेलने का काम किया। पिछड़ों के नाम पर वोट लेकर सत्तासुख भोगने वाले आज निषाद समाज की सुध नहीं ले रहे हैं।
उन्होंने लोगों से एकलव्य नहीं बनने का आह्वान करते हुए कहा कि अगर समर्पण भाव से धनुर्धरी बनें तो किसी गुरु को अंगूठा काटकर देने की जरूरत नहीं है। एकलव्य नहीं बल्कि अर्जुन बनने की जरूरत है। इससे निषादों का हित करने वालों के लिए सत्ता पर लक्ष्य साधा जाए। सहनी ने सभी कार्यकर्ताओं को 'अपने बलबूते सरकार बनाओ और अधिकार पाओ' का संकल्प दिलाया।
बता दें कि मुकेश सहनी की पार्टी ने इस साल लोकसभा का चुनाव आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ा था। आगामी विधानसभा चुनाव में भी उनके महागठबंधन के साथ ही चुनावी मैदान में उतरने के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि, पूर्व में वे एनडीए में रह चुके हैं।