नगर निगम को कचरा डंपिंग के लिए जमीन नहीं, एनएच बना कूड़ा डंपिंग प्वाइंट
मोतिहारी नगर परिषद से नगर निगम बन गया, लेकिन कूड़ा प्रबंधन के लिए उपयुक्त डंपिंग भूमि अभी भी उपलब्ध नहीं है। शहर से निकलने वाले 40 से 50 टन कूड़े को डालने के लिए 10 एकड़ भूमि की आवश्यकता है, जिसकी तलाश...
मोतिहारी, निप्र। मोतिहारी नगर परिषद से नगर निगम बन गया। नगर निगम बनने के बाद क्षेत्र का विस्तार हो गया। अब 38 वार्ड से 46 वार्ड हो गया। ऐसे में अब निगम क्षेत्र से पहले से कहीं अधिक कूड़ा प्रतिदिन निकल रहा है। अनुमान के तहत 40 से 50 टन कूड़ा प्रतिदिन शहर से निकल रहा है। लेकिन कूड़ा को डंप करने के लिए जमीन उपलब्ध नहीं होने से एनएच किनारे व यत्र-तत्र कूड़े को डाला जा रहा है। अब तक 10 एकड़ भूमि नगर निगम को नहीं हो सकी उपलब्ध:
मोतिहारी नगर निगम क्षेत्र से निकलने वाले कूड़ा के डंपिंग के लिए 10 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। भूमि की तलाश लंबे समय से हो रही है। इसके लिए बार-बार अंचल से पत्राचार किया गया। वहीं, जिला प्रशासन से भी अनुरोध किया गया। लेकिन अफसोस यह कि आज तक 10 एकड़ भूमि कूड़ा डंपिंग के लिए नगर निगम को उपलब्ध नहीं हो सकी।
एनएच बना कूड़े का डंपिंग एरिया:
कूड़ा डंप के लिए निर्धारित स्थल नहीं होने के कारण शहर से निकलने वाला कूड़ा शहर के छतौनी से रक्सौल जाने वाले एनएच के दोनों तरफ लंबे समय से डाला जा रहा है। जिससे एनएच किनारे का क्षेत्र कचरा का डंपिंग एरिया बन गया। जिससे यहां चारो ओर गंदगी फैली रहती है। लोगों के घरों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों तक उड़ कर कचरा फैल जाता है। जिसका स्थानीय स्तर पर लगातार विरोध किया गया। एनएच से होकर गुजरने वाले लोग मुंह पर रुमाल रखकर गुजरते हैं। कई बार एनएच के किनारे जमा कचरे में आग लगाये जाने से आसपास के लोगों के घरों में जहरीला धुंआ फैल जाता है।
कहते हैं अधिकारी:
मोतिहारी नगर निगम के आयुक्त सौरभ सुमन यादव ने बताया कि कूड़ा डंपिंग के लिए जमीन को लेकर सीओ के पास पत्राचार किया गया है। जिलाधिकारी से जमीन के लिए अनुरोध किया जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।