रिश्वत मामले में ढाका में पदस्थापित बीपीएम की सेवा एजेंसी को की गयी वापस
ढाका में शिक्षकों से रिश्वत लेने के आरोप में BPM सुमित कुमार की सेवा को तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है। डीईओ संजीव कुमार ने बताया कि शिक्षकों ने वीडियो क्लिप के साथ लिखित आवेदन दिया था। एक अन्य...
सिकरहना, निज संवाददाता। शिक्षकों से रिश्वत लेने के मामले में ढाका में पदस्थापित बीपीएम सुमित कुमार की सेवा तत्काल प्रभाव से संबंधित एजेंसी को वापस कर दी गयी है। इस संबंध में डीईओ संजीव कुमार ने रविवार को पत्र जारी करते हुए कहा है कि उक्त बीपीएम पर ढाका प्रखंड के कई शिक्षकों के द्वारा लिखित आवेदन के साथ वीडियो क्लिप उपलब्ध कराया गया, जिसमें उनके द्वारा बीआरसी में बैठकर नजायज ढंग से रूपये लेनदेन की जा रही थी, जो किसी कर्मी के आचरण के प्रतिकूल है। इधर, रिश्वत मामले में एक अन्य बीपीएम मो. फरीद अहमद के सहभागिता की भी जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। शिक्षकों ने दोनों बीपीएम पर रिश्वत लेने का अरोप लगाया था। डीईओ द्वारा इस संबंध में बीईओ से भी स्पष्टीकरण की मांग की गयी थी, जिसमें बीईओ ने भी मो. फरीद अहमद की सहभागिता होने की बात कही थी। बीईओ ने बताया कि उन्होंने अपना स्पष्टीकरण समर्पित किया था, जिसमें दोनों बीपीएम की सहभागिता होने की बात चर्चा की थी। अब सवाल यह उठने लगा है कि जब एक बीपीएम की सेवा वापस कर दी गयी तो दूसरे पर कार्रवाई क्यों नहीं?
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