छठ पूजा में घाट पर जुटेंगे श्रद्धालु तो टूटेगा रिकॉर्ड, 14 लाख लोगों के आने की उम्मीद; पटना में इन घाटों पर ना जाएं
Chhath Puja 2024: छठ घाटों पर शाम वाले अर्घ्य के दौरान अत्यधिक भीड़ होने का अनुमान है। हालांकि, कई लोग भीड़ से बचने के लिए अपने घरों में और आसपास के पार्कों और तालाबों में भी छठ पूजा करने को इच्छुक होते हैं।
Chhath Puja 2024: भगवान भास्कार को अर्घ्य देने के लिए इस बार पटना के घाटों पर आस्था का जनसैलाब उमड़ेगा। पिछले वर्ष का रिकॉर्ड टूटने की संभावना है। हालांकि, पटना के घाटों पर कितने लोग पूजा के लिए पहुंचेंगे इसका पुख्ता डेटा तो नहीं है पर हर वर्ष एक अनुमानित आकड़े होते हैं उसके आधार पर इस बार पिछले वर्ष का रिकॉर्ड टूटने की संभावना जतायी जा रही है। पिछले वर्ष 10 से 12 लाख व्रती व श्रद्धालु गंगा घाटों पर पहुंचे थे। इस बार इससे भी अधिक लोगों के छठ पूजा पर पहुंचने का अनुमान है।
छठ घाटों पर शाम वाले अर्घ्य के दौरान अत्यधिक भीड़ होने का अनुमान है। हालांकि, कई लोग भीड़ से बचने के लिए अपने घरों में और आसपास के पार्कों और तालाबों में भी छठ पूजा करने को इच्छुक होते हैं। गंगा किनारे करीब 108 घाट हैं तो वहीं शहर के अंदर 60 तालाबों और पार्कों में छठ पूजा के लिए पूरी तैयारी की गई है। पार्कों और तालाबों को सजाया गया है।
पांच घाटों पर ही तीन लाख का अनुमान
कलेक्ट्रेट, महेन्द्रू, बांस घाट, जेपी सेतु पूर्वी घाट, दीघा पाटीपुल और मीनार घाट पर ही 3 लाख से अधिक का अनुमान है। गाय घाट, भद्र घाट, कंगन घाट और दीदारगंज घाट भी इस बार वृहद और सुरक्षित घाट बनकर उभरा है। पटना सिटी के इन घाटों पर बाहर से भी लोग छठ पूजा करने आते हैं। ऐसे में सबसे अधिक इन्हीं घाटों पर छठ व्रती और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। कलेक्ट्रेट और महेन्द्रू घाट और बांस घाट पर करीब डेढ़ लाख की भीड़ होने का अनुमान है। जेपी सेतु पूर्वी घाट जो काफी लंबा घाट है यहां भी एक लाख की भीड़ होगी।
16 किमी लंबी रोशनी माला से जगमग गंगा घाट छठ की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। जिला प्रशासन और नगर निगम ने गंगा नदी किनारे करीब 16 किमी लंबी रोशनी माला से गंगा तट जगमग कर दिया है। घाटों पर बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध करा दी गई है। गंगा किनारे के सभी घाटों पर 512 अस्थायी शौचालय बनाया गया है। 450 अस्थायी यूरिनल, 355 चेंजिंग रूम, 97 नियंत्रण कक्ष और 154 वॉच टॉवर बनाए गए हैं। साथ पार्किंग की बेहतर व्यवस्था की गई है।
उलार सूर्य मंदिर पहुंचेंगे 4 से 4.50 लाख श्रद्धालु
उलार सूर्य मंदिर में इस साल छठ पर करीब 4 से चाढ़े चार लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। उलार में होनेवाली भीड़ को लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारी का दावा किया है। डीएम और एसएसपी भी पिछले दिनों वहां छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे।
एलसीटी समेत छह घाटों पर नहीं होगी छठ पूजा
शहरी क्षेत्र के खतरनाक और अनुपयुक्त घाटों की सूची जारी कर दी गई है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा मंगलवार को दीघा से कलेक्ट्रेट घाट तक विभिन्न छठ घाटों का औचक निरीक्षण किया गया। पदाधिकारियों को सुगम यातायात, भीड़-प्रबंधन तथा विधि-व्यवस्था के लिए सजग रहने का निर्देश दिया गया।
बता दें कि खतरनाक घाटों में एलसीटी घाट (यहां गंगा नदी का कटाव अधिक है), खाजेकला घाट, कुर्था घाट, मस्ताना घाट, त्रिवेणी घाट और मौनिया घाट शामिल है। वहीं वैसे घाट जहां जल-स्तर का़फी कम होने के कारण अर्घ्य के लिए उपयोगी नहीं है। इनमें टीएन बनर्जी घाट, मिश्री घाट, जजेज घाट, अदालत घाट, गुलबी घाट, भरहरबा घाट एवं करनाल गंज घाट,कटाही घाट, खुसरूपुर घाट(पूर्वी भाग) शामिल है।