चुनाव से पहले जनता की अदालत में फंसने लगे विधायक, बेगूसराय में भाजपा एमएलए का विरोध
बेगूसराय से बीजेपी विधायक कुंदन कुमार को भवन उद्घाटन कार्यक्रम में जनका के विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान लोगों से तीखी बहस हुई। विधायक के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी की। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जो 22 जनवरी का बताया जा रहा है।
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बिहार चुनाव इस साल के अंत में होना है। लेकिन उससे पहले जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे अब जनता विधायकों से हिसाब-किताब मांगने लगी है। इस दौरान विधायक का विरोध करने से भी गुरेज नहीं कर रही है। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर बेगूसराय के बीजेपी विधायक कुंदन कुमार का सामने आया है। जिसमें लोग उनसे तीखी बहस करते दिख रहे हैं। विधायक के खिलाफ नारेबाजी करते दिख रहे है। बताया गया है कि वीडियो बेगूसराय सदर प्रखंड की रजौड़ा पंचायत का है। पंचायत के पूर्व मुखिया सुधांशु कुमार सिट्टू ने बताया कि मामला 22 जनवरी का है।
विधायक स्कूल के विकास कोष से निर्मित भवन का उद्घाटन करने गये थे। विधायक स्कूल की प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य होते हैं। स्कूल के विकास कोष से भवन निर्माण का प्रस्ताव लिया गया था। लेकिन प्रस्ताव पंजी पर विधायक का हस्ताक्षर नहीं हुआ था। इसी मांग पर विधायक से ग्रामीणों की कहासुनी हो गई और ग्रामीण भड़क गए। इसके बाद लोगों ने विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। इधर निवर्तमान मंडल अध्यक्ष शशिभूषण राय ने बताया प्रस्ताव पंजी पर हस्ताक्षर का कोई मुद्दा नहीं था। विधायक की ओर से हस्ताक्षर उसी दिन कर दिया गया।
लेकिन पूर्व मुखिया भाजपा कार्यकर्ता हैं। वे मंडल अध्यक्ष बनने की राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखते थे। इसी मुद्दे को लेकर पूर्व मुखिया ने विवाद शुरू कर दिया। आपको बता दें 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की विधायक अमिता भूषण को 4554 वोट से हराकर पहली बार कुंदन कुमार विधायक बने थे। उनके पिता उपेंद्र प्रसाद सिंह बड़े ठेकेदार हैं और बेगूसराय नगर निगम के मेयर भी रह चुके हैं।