यूपी से ही ठान कर आया था, प्रेमिका के घर वालों ने ठुकराया तो प्रेमी ने बिहार में खुद को मार ली गोली
एएसपी शहरेयार अख्तर ने कहा कि प्रेम में ठुकराए जाने के कारण युवक ने खुद को गोली मार ली है। पोस्टमार्टम, एफएसएल जांच और सुसाइड नोट से खुलासा हुआ है। चाचा ने प्रेमिका के परिजनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर कराई है।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रामपुरहरि थाना के हजरतपुर गोलीकांड में बलिया (यूपी) के युवक दिलीप यादव की मौत का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। प्रेम-प्रसंग में लड़की पक्ष के ठुकराने पर उसने खुद को गोली मार ली थी। दिलीप के पॉकेट से मिले सुसाइड नोट में उसने पूरी कहानी लिखी है। एफएसएल की टीम ने जांच में स्पष्ट किया है कि दिलीप के पॉकेट से मिले कारतूस और कट्टा में मिले खोखा एक ही बोर व मार्का का है। गोली भी मौके से मिले कट्टा से ही चली है। दाहिने हाथ से दिलीप ने सीने में सटाकर खुद को गोली मारी है।
चाचा चन्द्रमा यादव के बयान पर पुलिस ने सोमवार को लड़की पक्ष पर दिलीप को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की है। थानाध्यक्ष सुजीत मिश्रा ने बताया कि प्रेमिका के परिवार वालों के ठुकराने के कारण दिलीप ने आत्महत्या की है। एक सुसाइड नोट मिला है, जबकि दूसरा बलिया स्थित घर पर छोड़कर आया था। पॉकेट से मिले सुसाइड नोट में भी इसका जिक्र था। दिलीप मूल रूप से यूपी के बलिया के दया छपरा गांव का रहने वाला था। उसके चाचा ने पुलिस को बताया है कि दिलीप कॉल सेंटर में काम करता था।
सोमवार को उसके मुंबई लौटने का टिकट था। इससे पहले वह हजरतपुर की रहने वाली प्रेमिका से मिलने आया था। यहां पर उसके साथ नफरत वाला सलूक किया गया। इससे आहत होकर उसने खुद को गोली मार ली है। एएसपी शहरेयार अख्तर ने कहा कि प्रेम में ठुकराए जाने के कारण युवक ने खुद को गोली मार ली है। पोस्टमार्टम, एफएसएल जांच और सुसाइड नोट से खुलासा हुआ है। चाचा ने प्रेमिका के परिजनों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर कराई है।
हजरतपुर इलाके के कई परिवार रहते हैं मुंबई में
पुलिस जांच में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बताया है कि हजरतपुर इलाके के दर्जनों लोग मुंबई में सपरिवार रहकर कारोबार करते हैं। दिलीप भी उसी इलाके में रहता था। एक युवती से उसका संबंध हो गया। दोनों के बीच प्रेम संबंध की जानकारी हुई तो लड़की को उसके परिवार वालों ने गांव भेज दिया था।
दिलीप को एक पैर नहीं था, इसलिए लड़की वाले उससे शादी नहीं करना चाहते थे। पुलिस जांच में यह भी पता चला है कि दिलीप अकेले आया था। उसके साथ बाइक पर कोई दूसरा युवक नहीं था। सुसाइट नोट के हवाले से पुलिस अधिकारियों ने बातया है कि दिलीप यह ठानकर आया था कि प्रेमिका के परिवार वालों ने ठुकरा दिया तो उसके गांव में ही आत्महत्या कर लेंगे।