शराब मामले में पुलिस छापेमारी के दौरान शख्स की मौत, गुस्साई भीड़ ने सिपाही की कर दी धुनाई
वैशाली जिले के महुआ अवैध शराब बिक्री की सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम छापेमारी करने पहुंची। इस दौरान एक शख्स पुलिस से बचने के लिए भागने लगा, जिसकी गिरने से मौत हो गई। इस पर ग्रामीणों ने बवाल काट दिया।
बिहार के वैशाली जिले में शनिवार को शराब मामले में पुलिस की छापेमारी के दौरान एक शख्स की मौत हो गई। इसके बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। गुस्साई भीड़ ने पथराव कर पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त कर दी। भीड़ ने एक सिपाही को बंधक बना लिया और उससे मारपीट की। सूचना मिलने पर डीएसपी सुमन सौरभ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। मामला महुआ थाना इलाके के जलालपुर गंगटी गांव का है।
जानकारी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली थी कि गांव के कुछ लोग अवैध शराब के धंधे में लिप्त हैं। इसके बाद शनिवार को एक टीम छापेमारी करने के लिए गांव में पहुंची। इस दौरान पुलिसकर्मियों को देखकर 50 वर्षीय राजेंद्र पासवान भागने लगा। भागने के दौरान वह गिर गया और चोट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। राजेंद्र का शव देखते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने तुरंत छापेमारी करने आए पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया।
वैशाली पुलिस की ओर से जारी बयान में एक सिपाही के घायल होने की बात कही गई है। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल हो गया। स्थिति को काबू में लाने के लिए महुआ थाने से अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलाई गई। पुलिस के अनुसार मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया पर इस घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। एक वीडियो में लोग पुलिसकर्मी को बंधक बनाकर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, एक अन्य वीडियो में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिसकर्मियों की ओर से लाठीचार्ज करते हुए नजर आ रहा है। हालांकि, पुलिस ने लाठीचार्ज की बात से इनकार किया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)