कुपोषण व एनीमिया पर महिला पर्यवेक्षिकाओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
मधुबनी में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा समेकित बाल विकास परियोजना के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। यह प्रशिक्षण 6 प्रखंडों की महिला पर्यवेक्षिकाओं के लिए है और 23 अक्टूबर...
मधुबनी, एक संवाददाता। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा समेकित बाल विकास परियोजना के चयनित महिला पर्यवेक्षिकाओं का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को एक निजी होटल में शुरू हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ ललिता कुमारी के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में इस जिला के 6 प्रखंड की महिला पर्यवेक्षिका भाग ले रही है। यह प्रशिक्षण 23 अक्टूबर तक चलेगा। आईसीडीएस की डीपीओ डॉ ललिता कुमारी ने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण के कारण बीमारी की दर में वृद्धि हो रही है। महिलाओं एवं बच्चों में पोषणयुक्त भोजन ग्रहण करने के बारे में बतलाने एवं जागरूक करने की आवश्यकता है। स्पेशल कार्यक्रम में एनीमिया से ग्रसित बच्चों किशोरियों युवतियों धात्री एवं धात्री महिलाओं को पोषण से संबंधित जानकारी के बारे में बतलाया गया। प्रशिक्षण में प्रशिक्षकों के द्वारा महिला पर्यवेक्षक को कुपोषण की परिभाषा एवं उसके प्रकार कुपोषण के कारण बच्चों के स्वास्थ्य एवं जीवन पर कुपोषण का प्रभाव आज के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षक के रूप में न्यूट्रीशन स्पेशलिस्ट निलेश यादव एवं कंसलटेंट सुकिर्ति चंद्रा मौजूद थे। अगला प्रशिक्षण 24 अक्टूबर से प्रारंभ होगा।
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