विधिक सेवा प्राधिकार ने जाना बंदियों का हाल
झंझारपुर में शराब से जुड़े मामलों में बंदियों की संख्या 50 प्रतिशत से अधिक है। विधिक सेवा समिति के आदेश पर जेल विजिटिंग के दौरान अधिवक्ता देवकांत प्रसाद ने यह जानकारी दी। 17 बंदियों ने विधिक सहायता की...
झंझारपुर। शराब से जुड़े मामलों के आरोपितों में चाहे वह शराब पीने का मामला हो या शराब बेचने के आरोपित या शराब लेकर जा रहे वाहन का मालिक। झंझारपुर उपकारा में ऐसे बंदियों की संख्या 50 प्रतिशत से भी अधिक है। इसकी जानकारी अनुमंडल विधिक सेवा समिति के सचिव सुशांत कुमार के आदेश पर जेल विजिटिंग करने गए अधिवक्ता देवकांत प्रसाद ने दी है। उन्होंने कहा कि अनुमंडल विधिक सेवा समिति के आदेश पर झंझारपुर उपकारा में विचाराधीन कैदियों के बीच विधिक सहायता प्रदान करने के लिए जेल में संचालित विधिक सहायता केंद्र में पहुंचे थे। उन्होंने जेल में पुरुष एवं महिला बंदियों से मिलकर उन्हें आवश्यक विधि सहायता, कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए उनसे आवेदन प्राप्त करने के साथ ही उनकी समस्याओं से भी रूबरू हुए। जिसमें एक महिला कैदी सहित 17 बंदियों के द्वारा विधि सहायता प्राप्त कराने की मांग की गई। इन 17 बंदियों में 11 बंदी को शराब से जुड़े मामले में ही गिरफ्तार किया गया था। वहीं इन 17 बंदियों में से 14 बंदियों ने अधिवक्ता उपलब्ध कराने की भी मांग की है। जबकि दो बंदियों को कोर्ट के द्वारा जमानत मिलने के बाबजूद जमानतदार नहीं होने के कारण जेल में ही रहना पड़ रहा है। उन्होंने बेलर की मांग की है। उम्रकैद कारावास की सजा काट रहे एक कैदी ने कोर्ट से तीन माह के पैरोल पर घर जाने देने की मांग की है। जेल विजिटिंग में जेलर आदित्य पांडेय, कारा पुलिस आदि उपस्थित थे।
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