दुखों का बखान केवल ईश्वर या गुरु से ही करें: पंकज चैतन्याचार्य
बिस्फी के चहुटा दुर्गा मंदिर परिसर में देवी भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। अयोध्या के पंकज चैतन्याचार्य महाराज ने कहा कि हमें दुखों से घबराना नहीं चाहिए और जीवन में सुख-दुख का सामना धैर्य से करना...
बिस्फी, निप्र। प्रखंड के चहुटा, मरबा, बिस्फी, नरसाम, जफरा, सकराढी समेत दर्जनों स्थानों पर दुर्गा पूजा हो रही है। चहुटा दुर्गा मंदिर परिसर में कमेटी के सौजन्य से देवी भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है। इसमें अयोध्या के पंकज चैतन्याचार्य महाराज भागवत कथा सुना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें दुखों से कदापि नहीं घबराना चाहिए। सुख-दुख जीवन के अंग हैं। सुख आने पर विनम्र और सहनशील होना चाहिए। दुख आने पर इसे किसी के सामने प्रकट नहीं करना चाहिए। लोग दुख बांटने के बदले मजाक उड़ाते हैं। दुख की चर्चा केवल भगवान से या गुरू से करनी चाहिए। सच्चा गुरू कभी भी अपने शिष्य का अहित व अपमान नहीं करते हैं। शिष्य को भी ऐसे गुरु के शरण में जाना चाहिए जो विद्या से पूर्ण हो। जिनका आचरण, व्यवहार उत्तम हो। ऐसे गुरू का सानिध्य मिलने पर शिष्य का जीवन धन्य हो जाता है। मौके पर हेमन्त चौधरी, गौरीशंकर चौधरी, शंकरानंद चौधरी, भोला चौधरी आदि कमेटी के सदस्य मौजूद थे।
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