आय से अधिक संपत्ति में प्रवीण की गिरफ्तारी से गांव में हैरानी
बिस्फी में आईएएस संजीव हंस, पूर्व विधायक गुलाब यादव और प्रवीण चौधरी की गिरफ्तारी से गांव के लोग हैरान हैं। प्रवीण चौधरी का नाम बेनामी संपत्ति के मामले में सामने आया है, जिसमें हंस के जरिए संपत्ति जमा...
बिस्फी, नि.प्र.। बेनामी व आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस संजीव हंस, पूर्वी विधायक गुलाब यादव व शादाब खान के साथ चहुटा के प्रवीण चौधरी की गिरफ्तारी से गांव के लोग हैरान हैं। प्रवीण चौधरी चहुटा पंचायत के वार्ड 10 के निवासी हैं। पिता राजकुमार चौधरी की करीब 20 साल पहले मौत हो चुकी है। तीन भाइयों में बड़ा भाई बबलू चौधरी पटना में रहते हैं। प्रवीण व उसका छोटा भाई पिन्टू चौधरी दिल्ली में रहते हैं। पिता की मृत्यु के बाद आर्थिक स्थिति चरमरायी तो प्रवीण दिल्ली कूच कर गये, लेकिन गांव आना-जाना लगा रहा। शादी-ब्याह, उपनयन या अन्य मांगलिक अवसरों पर प्रवीण चौधरी गांव आते-जाते थे। उनके बारे में लोगों को बस इतनी जानकारी है कि वे ऊर्जा विभाग में काम करते हैं। ऊर्जा विभाग में प्रवीण का खासा प्रभाव है। हंसमुख, मिलनसार व धार्मिक-सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़कर भाग लेने वाले प्रवीण की गिरफ्तारी से ग्रामीण सकते में हैं। प्रवीण की शाही जिन्दगी के पीछे की हकीकत की परत खुलने के बाद लोगों को असलियत का पता चल रहा है।
प्रवीण के जरिए बेनामी संपत्ति जमा करते थे हंस
ऊर्जा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव संजीव हंस अपनी बेनामी संपत्ति प्रवीण चौधरी के जरिये ही इकट्ठा करते थे। ईडी की जांच में संजीव हंस की कई बेनामी संपत्तियों की जानकारी मिली है। इसका संबंध प्रवीण चौधरी से बताया जा रहा है। दिल्ली के आनंद निकेतन के तीसरे तल्ले फ्लैट संख्या सी-35 में संजीव हंस का परिवार रहता है। इस फ्लैट की कीमत नौ करोड़ 60 लाख रुपये बतायी जा रही है जो प्रवीण चौधरी के नाम से खरीदी गयी है। संजीव हंस ने अपने पद एवं प्रभाव का उपयोग करते हुए प्रवीण चौधरी को सब कांट्रेक्टर के रूप में मनोनीत किया था। ईडी की जांच में प्रवीण चौधरी के कई कंपनियों के सब कांट्रेक्टर होने की जानकारी मिली है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।