प्रभावित क्षेत्र के दर्जनों घर में फैला बाढ़ का पानी
कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने से आलमनगर के दर्जनों घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। सरकारी अधिकारियों की उदासीनता के कारण बाढ़ प्रभावित लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं। उन्हें न तो ऊंचे स्थानों पर ले जाया जा...
आलमनगर । एक संवाददाता आलमनगर में मधेपुरा-खगड़िया-भागलपुर सीमा से गुजरी कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने से दर्जनों घर में बाढ़ का पानी फैला हुआ है। बावजूद जिला प्रशासन बेफिक्र बने हैं। अधिकारियों की उदासीनता से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें बढ़ गयी है। जहां नाव के अलावा कोई सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं हो रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र अंतर्गत किशनपुर-रतवारा पंचायत के पूर्वी छतौना, मुरौत शिवमंदिर टोला और अठगामा के पास सरकारी जमीन पर बसाए गए विस्थापित महादलित परिवारों सहित दर्जनों घरों में बाढ़ का पानी फैल गया। बावजूद इन लोगों को न तो ऊंचे स्थानों पर पहुंचा कर आवश्यक सुविधा दी जा रही है और न ही जिला के अधिकारी इनके बेवशी को देखने पहुंचे हैं। जो आपदा प्रबंधन की उदासीनता दर्शाने के लिए काम नहीं है। इतना हीं नहीं करीब तीन सप्ताह से कोसी नदी के फैले पानी का मार झेल रहे प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना भी मुनासिब नहीं समझा जा रहा है। जबकि प्रभावित लोगों के बीच आवाजाही की समस्या के साथ-साथ राशन, पशुचारा, दवाई आदि की समस्या घर कर गया है। कोसी नदी के उफान से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से मजदूर तबके के लोगों के बीच रोजमर्रा की समस्या उत्पन्न हो गयी है। जहां मजदूर तबके के लोग दिन भर मजदूरी कर अपने बच्चों का भरण पोषण करते थे। लेकिन बाढ़ जैसी हालात बनने से वह परिवार के लोगों का भरण पोषण करने में विफल हो रहे हैं। मालूम हो कि प्रभावित क्षेत्र में अधिकांश मजदूर तबके के या गरीब तबके के लोग बाढ़ के पानी से प्रभावित हो रहे हैं। बावजूद सरकार की ओर से नाव की सुविधा के अलावा किसी प्रकार का सहायता उपलब्ध नहीं कराया जाना उदासीनता दर्शाने के लिए काम नहीं है। जिसका खामियाजा प्रभावित क्षेत्र के गरीब-गुरवे व मजदूर तबके के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
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