Hindi Newsबिहार न्यूज़Like Ramayana Circuit in Ayodhya Sita Circuit will be built in Nepal these places will be included

अयोध्या में रामायण सर्किट की तर्ज पर नेपाल में बनेगा सीता सर्किट, जन्मस्थली से विवाह स्थल होंगे शामिल

अयोध्या में बन रहे रामायण सर्किट की तरह नेपाल में सीता सर्किट बनेगा। जिसमें माता सीता से जुड़े घटनाक्रम और स्थलों को जोड़ा जाएगा। नेपाल के मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह ने विवाह पंचमी पर जनकपुर से अयोध्या जा रही भार यात्रा के दौरान ये बातें कही।

sandeep हिन्दुस्तान, रक्सौल (पू्र्वी चंपारण)Sun, 17 Nov 2024 08:54 PM
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रामायण सर्किट की तर्ज पर नेपाल में सीता सर्किट का विकास होगा। इसके तहत माता सीता से जुड़े घटनाक्रम व स्थलों को जोड़ा जाएगा। नेपाल के मधेश प्रदेश के मुख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह ने विवाह पंचमी पर जनकपुर से अयोध्या जा रही भार यात्रा के दौरान रविवार को वीरगंज में यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सीता सर्किट से उनकी जन्मस्थली, स्वयंवर स्थल, धनुष तोड़ने का स्थल, विवाह स्थल, महल सहित सभी ऐसे स्थलों को जोड़ा जायेगा, जहां से उनका जुड़ाव रहा है। उन्होंने कहा कि सीता सर्किट विकसित होने से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

देश-दुनिया से आनेवाले तीर्थयात्री मां सीता के बारे में जान सकेंगे और उन स्थलों पर अपने आराध्य सियाराम की पूजा कर सकेंगे। सीता सर्किट व रामायण सर्किट को आपस में जोड़कर विकास किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मधेश सरकार जानकी मंदिर सहित सीता सर्किट को विकसित और संरक्षित करने को संकल्पित है। सीता सर्किट और रामायण सर्किट को आपस में जोड़ने की योजना महत्वाकांक्षी साबित होगी। इससे भारत नेपाल के धार्मिक-सांस्कृतिक पर्यटन बढ़ने के अलावा बेटी-रोटी का संबंध मजबूत होगा।

मुख्यमंत्री के साथ कई मंत्री भी जा रहे अयोध्या

जनकपुर जानकी मंदिर से चले जत्थे की अगुवाई मुख्यमंत्री स्वयं कर रहे थे। वह खुद पहली बार अयोध्या जा रहे हैं। वहां रामलला के दर्शन के साथ तिलक में शामिल होंगे। उनके साथ मधेश प्रदेश कैबिनेट के गृह संचार सह कानून मंत्री राज कुमार लेखी, पर्यटन व उद्योग वाणिज्य मंत्री शकील मियां, वन व पर्यावरण मंत्री त्रिभुवन साह, स्वाथ्य मंत्री शत्रुघ्न सिंह, प्रदेश सभा सदस्य रूपा यादव, जनकपुर के मेयर मनोज साह सहित 500 से ज्यादा लोग साथ हैं।

जत्था शनिवार को जनकपुर से चला था। गढ़ी माई मंदिर परिसर में विश्राम के बाद रविवार को वीरगंज पहुंचा। यहां से रक्सौल पहुंचने पर अंतराष्ट्रीय हिंदू परिषद, बजरंग दल, श्री मंगलमूर्ति गणेश पूजा समिति सहित एसएसबी और स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर जत्था का भव्य स्वागत किया। भजन-कीर्तन व मंगल गीतों के बीच काफिला रक्सौल से गोपालगंज व गोरखपुर के रास्ते अयोध्या के लिए रवाना हुआ।

सोमवार को अयोध्या में होगा तिलकोत्सव

सीएम ने हिन्दुस्तान से खास बातचीत में कहा कि भारत और नेपाल का संबंध त्रेतायुग से है, जो इस आयोजन से और प्रगाढ़ होगा। अयोध्या धाम में मिथिला के दामाद प्रभु श्री राम को सदियों की प्रतीक्षा के बाद अपना घर मिल गया है। वहां मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हो गई है। यह मिथिला के लिए गर्व की बात है। मंदिर निर्माण और प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार विवाह पंचमी का आयोजन हो रहा है। इसलिए इसे खास और यादगार बनाने की कोशिश है।

विहिप की पहल पर पहली बार तिलक और आमंत्रण लेकर जनकपुरवासी अयोध्या धाम पहुंच रहे हैं। सोमवार 18 नवंबर को अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम का तिलकोत्सव होगा। जानकी मंदिर के उत्तराधिकारी सह छोटे महंत राम रौशन दास तिलकोत्सव में सीता के छोटे भाई की भूमिका में होंगे। अयोध्या धाम से 6 दिसंबर को आयोजित विवाह पंचमी के लिए जनकपुर आने वाले बारातियों के भव्य स्वागत का इंतजाम किया गया है।

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