सूर्य का मेष राशि में प्रवेश, सेहत के प्रति सतर्क रहने की जरूरत
बड़हिया में एक चर्चा के दौरान ज्योतिषी पीयूष कुमार झा ने बताया कि सूर्य देवता मेष राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। यह समय ऊर्जा संचय और स्वास्थ्य सुधार के लिए लाभकारी है। जिनकी कुंडली में सूर्य उच्च...

बड़हिया, एक संवाददाता। सूर्य देवता का प्रवेश मेष राशि में होने जा रहा है। जहां वे आगामी एक माह तक विराजमान रहेंगे। ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह समय अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि मेष राशि में सूर्य उच्च में होते हैं। इस अवसर को ऊर्जा संचय और स्वास्थ्य सुधार हेतु विशेष रूप से लाभकारी माना जा रहा है। उक्त बातें नगर परिषद के वार्ड संख्या 25 चुहरचक स्थित प्रतिभा चयन एकता मंच के मुख्यालय में आयोजित एक चर्चा के दौरान मंच के सचिव एवं ज्योतिष के जानकार सह शक्षिक पीयूष कुमार झा ने बताया। उन्होंने कहा कि मेष संक्रांति का समय सूर्य की प्रखर किरणों के साथ आता है। जिससे शरीर और मन दोनों प्रभावित होते हैं। अतः इस दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। श्री झा के अनुसार जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य उच्च के हैं। उनके लिए यह समय शक्ति संचय और आध्यात्मिक उन्नति का उत्तम अवसर है। वहीं जिनकी कुंडली में सूर्य नीच या शत्रु राशि में स्थित हैं। उन्हें सूर्य उपासना द्वारा इसके दुष्प्रभावों से बचाव करना चाहिए। ऐसे में रविवार को नमक का त्याग करना विशेष रूप से फलदायक हो सकता है। उन्होंने कहा कि सूर्य की ऊर्जा को संतुलित रूप से ग्रहण करने के लिए ठंडी प्रकृति के पदार्थों जैसे सत्तू का सेवन, आक के पेड़ की जड़ में जल अर्पण, सूर्यभेदी प्राणायाम, सूर्य नमस्कार और प्रातः कालीन सूर्य किरणों का सेवन अत्यंत लाभकारी है।
लाल या पीले वस्त्र धारण कर सूर्य की उपासना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। साथ ही इस अवधि में अधिक तले-भुने व वसायुक्त भोजन से परहेज करना चाहिए। अन्यथा स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। अतः मेष संक्रांति को सूर्य की असीम ऊर्जा के संचय का उत्तम समय बताते हुए सभी से स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की अपील की है। कहा कि सतर्कता जरूरी है।
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