त्रिपुरसुंदरी के मंदिर को दिया जा रहा भव्य स्वरूप, आवश्यक तैयारियां पूरी
बड़हिया में शक्ति धाम के नाम से प्रसिद्ध मां बाला के मंदिर की सजावट की जा रही है। मुख्य सड़क और गंगा नदी को जोड़ने वाले मार्ग को भी सजाया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार और...
बड़हिया, एक संवाददाता। शक्ति धाम के नाम से चर्चित बड़हिया में विराजित बाल स्वरूपा मां बाला के मंदिर को इन दिनों भव्य और दिव्य स्वरूप दिए जाने का कार्य किया जा रहा है। न सिर्फ मंदिर और मंदिर परिसर बल्कि मंदिर को मुख्य सड़क और गंगा नदी से जोड़ने वाले मार्ग की भी साज सज्जा की जा रही है। कृत्रिम फूल पत्तियों, बिजली चलित बल्बों और चटकदार रंगों में जगह जगह बनाये गए दर्जनों द्वार को सजाने का काम किया जा रहा है। एक पखवाड़े पूर्व से ही दर्जन भर कलाकार इसे मूर्त रूप देने में जुटे हुए हैं। स्थानीय व समीपवर्ती जिला समेत कोलकाता से पहुंचे कलाकारों के माध्यम से मंदिर की साज सज्जा की जा रही है। कृत्रिम सजावट के साथ ही महाअष्टमी से पूर्व मंदिर को प्राकृतिक फूलों से भी सजाने की तैयारी है।
श्रद्धालुओं को सुगमता से दर्शन करवाने के लिए समिति तैयार
ज्ञात हो कि शक्तिपीठ कही जाने वाली मां बाला त्रिपुर सुंदरी के मंदिर में प्रति वर्ष ही नवरात्रि के नौ दिन भीड़ उमड़ती है। स्थानीय व सुदूर जिला क्षेत्र से पहुंचने वाले श्रद्धालु भक्तों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। इसके लिए मंदिर समिति अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे चुके हैं। मंदिर समिति के सचिव जयशंकर सिंह उर्फ भादो बाबू, वरिष्ठ सदस्य सह सेवानिवृत्त शिक्षक मिथिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि भीड़ को सुव्यवस्थित करने के लिये प्रशासन से पर्याप्त महिला व पुरुष पुलिस बल की लिखित मांग की गई है। जिसपर निश्चित ही दर्जन भर जवान की उप्लब्धता का आश्वासन प्राप्त हुआ है। इसके अलावे भी दर्जन भर युवा व युवतियों को समिति द्वारा कार्यकर्ता के रूप में नियुक्त किया गया है। जिसे समिति द्वारा पहचान पत्र भी उपलब्ध कराए गए हैं। महिला व पुरुष श्रद्धालुओ के दर्शन पूजन के लिए अलग अलग प्रवेश द्वार तय किये गए हैं। कतारबद्ध महिलाएं मुख्य प्रवेश द्वार से जबकि पुरुष श्रद्धालु पूर्वी द्वार से मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे। कार्यकर्ताओं द्वारा चौकसी बरते जाने के साथ ही आवश्यक एहतियात बरतने को लेकर माइकिंग की जाएगी।
संध्या महाआरती रहेगा आकर्षण का केंद्र
प्रतिवर्ष के अनुरूप दैनिक रुप से होने वाले माता की संध्या महाआरती को भव्य रूप दिया जाएगा। नवरात्र के नौ दिन संध्या आरती के दौरान उमड़ने वाली भाड़ी भीड़ को देखते हुए प्रशासनिक मदद की मांग की गई है। पूरे नवरात्र के दौरान सैकड़ो की संख्या में मंदिर पहुंचने वाले सप्तशती पाठकों के लिए मुख्य हॉल और नव दुर्गा तल के साथ ही नव निर्मित शान्ति मंडप में भी जरूरत अनुरुप जगह उप्लब्ध कराये जाएंगे। वर्ष दर वर्ष बढ़ रहे कष्टी (डंडी) श्रद्धालुओ के लिए अगल पथ उपलब्ध कराए गए हैं। इस पथ के प्रवेश द्वार को मां गंगा द्वार का नाम दिया गया है। जो बीएनएम कॉलेज रॉड में स्कॉलर्स वैली स्कूल के सामने स्थित है। जिसमें श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कार्पेट बिछाए गए हैं। इस पथ के माध्यम से दंडी श्रद्धालु मध्य विद्यालय नंबर दो, खाक चौक ठाकुरवाड़ी होते हुए श्रीधर सेवाश्रम के रास्ते मंदिर प्रांगण तक पहुंचेंगे। मुख्य जगदम्बा पथ में ट्रैफिक कम हो इसका भी पूरा पूरा ध्यान रखा जाएगा। ज्ञात हो कि नवरात्र के मद्देनजर श्रीकृष्ण चौक से लेकर मंदिर तक के मुख्य पथ को लाइटिंग से जबरदस्त साज सज्जा की गई है।
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