Hindi Newsबिहार न्यूज़लखीसरायControversy Erupts at Medanta Emergency Hospital Family Accuses of Medical Negligence and Extortion

परिजन ने नहीं दे पाए राशि तो जबरन रख लिया मोबाइल

परिजन ने नहीं दे पाए राशि तो जबरन रख लिया मोबाइल

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीसरायFri, 4 Oct 2024 01:00 AM
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लखीसराय, हिन्दुस्तान संवाददाता। टाउन थाना क्षेत्र के विद्यापीठ चौक बड़हिया रोड में एनएच 80 पर स्थित मेदांता इमरजेंसी हास्पीटल के काला चेहरा उजागर हुआ है। सदर अस्पताल में परिजन का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे परिजनों ने कई गंभीर आरोप लगाया। सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के सुरजीचक निवासी 24 वर्षीय रोहित कुमार को बुधवार की मध्य रात्रि सर्पदंश के बाद उक्त क्लिनिक में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। हास्पीटल में एडवांस के रूप में 10 हजार रुपए लिया गया। इलाज शुरू करने के बाद जब 19 हजार रुपए हो गया तो परिजन से फिर राशि की मांग की जाने लगी। परिजन के द्वारा रुपए का इंतजाम किए जाने की बात कह इलाज जारी रखने की गुजारिश की गई। लेकिन पैसा देने में देर होने के बाद हास्पीटल संचालक के द्वारा नौ हजार बकाए रुपए के एवज में सर्पदंश पीड़ित एवं एक अन्य के पास रहे मोबाइल को जबरन रख लिया गया। पैसा नहीं देने पर इलाज नहीं करने की बात कहने के बाद परिजन झाड़ फूंक के लिए बड़हिया जगदंबा मंदिर ले जाया गया जहां रोहित को मृत बताया कर वापस कर दिया गया। घर पहुंचने के बाद घटना की जानकारी सूर्यगढ़ा पुलिस को दी गई जिसके बाद मृतक को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया गया। पोस्टमार्टम के दौरान मौजूद रहे मृतक के चाचा संजय राम के द्वारा अस्पताल पर कई गंभीर आरोप लगाया गया। ज्ञात हो कि 16 सितंबर को पचना रोड किऊल बस्ती वार्ड संख्या 22 निवासी सुरेंद्र मंडल के 18 वर्षीय पुत्र अंशु कुमार की सड़क दुर्घटना के बाद मेदांता क्लिनिक में इलाज के दौरान मौत होने पर परिजनों ने जमकर हंगामा करते हुए एनएच 80 को जाम कर दिया था। उसके एक सप्ताह बाद सीएस ने पत्र जारी कर अस्पताल को सील करने का निर्देश दिया था पर अब तक कार्रवाई नहीं होने की बात सामने आ रही है।

इस संबंध में पूछे जाने पर मेदांता इमरजेंसी क्लिनिक के संचालक रिषभ कुमार ने कहा कि सुरजीचक का पैसेंट आया था। रोगी के द्वारा पैसा नहीं दिया गया है और मोबाइल भी उसके द्वारा स्वयं छोड़ा गया है। अस्पताल के द्वारा मोबाइल ले जाने के लिए मृतक के परिजन को कॉल भी किया गया लेकिन वे दाह संस्कार में व्यस्त रहने की बात कह बाद में ले जाने को कहा। परिजन के द्वारा लगाया जा रहा आरोप बेबुनियाद है।

वहीं इस संबंध में सीएस डा. बीपी सिन्हा ने कहा कि मामले की जानकारी नहंी है। संबंधित क्लिनिक पर कार्रवाई को लेकर निर्देश दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे में बारे में कुछ कहा जा सकेगा।

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