Hindi Newsबिहार न्यूज़खगड़ियाMaternity Health Camp in Gogri 105 Pregnant Women Examined for Hemoglobin Levels

गोगरी: शिविर में 105 गर्भवती महिलाओं की हुई जांच

गोगरी: शिविर में 105 गर्भवती महिलाओं की हुई जांचअगर शरीर मे हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो तो बढ़ाने के लिए फल, चुकंदर आदि का खाने में उपयोग करना चाहिए। ह

Newswrap हिन्दुस्तान, खगडि़याThu, 22 Aug 2024 12:46 AM
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गोगरी, एक संवाददाता अनुमंडलीय अस्पताल गोगरी में मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं की जांच शिविर आयोजित की गई। बुधवार को आयोजित शिविर में अनुमंडलीय अस्पताल में 105 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। शिविर में चिकित्सक ने गर्भवती महिलाओं को कहा कि गर्भवती महिलाओं के शरीर मे हीमोग्लोबिन की कमी नही होनी चाहिए। गर्भावस्था में हीमोग्लोबिन की मात्रा सामान्य रहनी चाहिए। अगर शरीर मे हीमोग्लोबिन की मात्रा कम हो तो बढ़ाने के लिए फल, चुकंदर आदि का खाने में उपयोग करना चाहिए। हीमोग्लोबिन का हर महीने जांच अवश्य करना चाहिए। शिविर में गर्भवती महिला जांच कराने के लिए काफी उत्साहित थी। शुक्रवार को सुबह से ही गर्भवती महिलाओं का शिविर में पहुंचना शुरू हो गया था। अस्पताल प्रशासन ने पहले से ही जांच शिविर में सारी तैयारी पूरी कर रखी थी। शिविर में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की गई और उन्हें आवश्यक सुझाव व सलाह दी गई। अनुमंडलीय अस्पताल गोगरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंद्रप्रकाश की देखरेख में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाओं का चेकअप किया गया। एएनसी के दौरान सभी गर्भवती महिलाओं का ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप एवं हीमोग्लोबिन समेत ब्लड सुगर, एचआईवी, अल्ट्रासाउंड, सीबीसी, एचबीएसएजी आदि की जांच की गई। इसके अलावा उनका वजन और उनकी लंबाई भी मापी गई। महिला चिकित्सक ने बताया कि इस दौरान महिलाओं की गर्भावस्था की स्थिति का आकलन किया जाता है और उनमें अगर किसी प्रकार की कमी दिखती है तो उसको ठीक करने का सुझाव दिया जाता है। ताकि प्रसव के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। अगर किसी में ब्लड की कमी है तो उसे दूर करने के लिए दवा दी जाती है और हीमोग्लोबिन तैयार करने वाले फल आदि खाने की सलाह दी जाती है। इधर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि हर माह में निर्धारित 9 एवं 21 तारीख को गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जाती है ताकि उन्हें प्रसव के दौरान किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। प्रसव पूर्व जांच अभियान में महिला चिकित्सक को सहयोग कर रही एएनएम ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं की चार बार एएनसी (प्रसव पूर्व जांच) की जाती है।

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