देवर और भाभी के अफेयर में 'विलेन' बना जेठ, बदले की आग में 11 साल के बच्चे की हत्या
भाभी रागिनी का अपने देवर से अफेयर चल रहा था, इसकी भनक जेट सुशील को लग गई। सुशील ने दोनों को अलग कर दिया। इस पर रागिनी ने बदला लेने की ठान ली और सुशील के बेट एवं अपने भतीजे विक्रम की हत्या का प्लान बनाया। उसने पड़ोसियों को भी अपनी साजिश में शामिल किया।
देवर और भाभी के लव अफेयर में जब जेठ विलेन बना, तो बदले की आग में एक 11 साल के बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह सनसनीखेज वारदात बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में औराई थाना इलाके के महरौली गांव की है। 11 साल के लड़के विक्रम की हत्या उसकी चाची रागिनी देवी ने ही की थी। रागिनी ने अपने पड़ोसियों के साथ मिलकर सब्जी काटने वाले हसिया से भतीजे का गला रेत कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस ने बताया कि रागिनी का अपने कुंवारे देवर से अफेयर चल रहा था। इस बात की भनक उसके जेठ सुशील को लग गई थी। सुशील ने दोनों को अलग कर दिया था। इस वजह से गुस्साए बैठी रागिनी ने अपने जेठ सुशील के बेटे विक्रम को ही मार डाला। सुशील का अपने पड़ोसी प्रह्लाद से जमीन विवाद को लेकर झगड़ा चल रहा था। रागिनी ने इसका फायदा उठाया और प्रह्लाद की पत्नी एवं बेटे विद्यापति कुमार के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर खून से सनी साड़ी एवं हत्या में प्रयुक्त हथियार भी जब्त कर लिया है।
इस मामले का खुलासा करते हुए मुजफ्फरपुर ग्रामीण एसपी विद्यासागर ने मंगलवार को बताया कि तीनों आरोपी पतंग खरीदने का लालच देकर विक्रम को सुनसान जगह पर पुराने मकान में ले गए। वहां रागिनी ने विक्रम का हाथ एवं मुंह दबाया और पुनीता ने फसुल (हसिया) से उसका गला रेत दिया। इस दौरान विद्यापति बाहर आने-जाने वालों पर नजर रख रहा था।
रागिनी का अपने देवर से था प्रेम प्रसंग
छानबीन में सामने आया कि भतीजे की हत्या में शामिल चाची रागिनी का अपने देवर से प्रेम प्रसंग चल रहा था। देवर की शादी नहीं हुई थी। रागिनी के जेठ सुशील को इस बारे में पता चला तो उन्होंने अपने छोटे भाई को पंचायत के माध्यम से दिल्ली भेज दिया। इसी बात से नाराज होकर रागिनी ने बदला लेने की ठानी।
भतीजे की मौत पर खूब रोई कातिल चाची
खून से लथपथ विक्रम के शव की जानकारी उसके हत्यारों ने ही शोर मचाकर ग्रामीणों को दी। आरोपी रागिनी इतनी शातिर है कि वह हत्या के बाद अपने भतीजे के शव के पास चिल्ला कर माथा पिटते हुए रोने लगी, ताकि लोगों को उसपर शक न हो। एसपी ने बताया कि पुनीता एवं विद्यापति को गोपालपुर बस स्टैंड से और रागिनी देवी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश किया। यहां से तीनों को जेल भेज दिया गया।