जहानाबाद नगर परिषद की मुख्य पार्षद के पति की दबंगई, कार्यपालक पदाधिकारी को बुरी तरह पीटा
जहानाबाद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी की बुधवार को कार्यालय के बाहर बुरी तरह पिटाई कर दी गई। ईओ ने मुख्य पार्षद रूपा देवी के पति टीटी पासवान पर गाली-गलौज और मारपीट का आरोप लगाया है।
बिहार के जहानाबाद में नगर परिषद की मुख्य पार्षद रूपा देवी के पति अशोक पासवान उर्फ टीटी पासवान ने कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) की बुरी तरह पिटाई कर दी। मारपीट में घायल पदाधिकारी का सदर अस्पताल में बुधवार को इलाज कराया गया। उन्होंने बताया कि जब वह नगर परिषद कार्यालय से निकल रहे थे तब रूपा देवी के पति ने उनसे गाली-गलौज और मारपीट की। इस संबंध में उन्होंने स्थानीय पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है।
एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह ने बुधवार शाम बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा आवेदन करने के बाद पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी। इस घटना को अंजाम देने वालों से पुलिस सख्ती से निपटेगी। नगर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दिवाकर कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि फिलहाल सदर अस्पताल में कार्यपालक पदाधिकारी का इलाज कराया गया है। इस सिलसिले में मुख्य पार्षद के आरोपी पति अशोक पासवान उर्फ टीटी पासवान से उनका पक्ष जानने के लिए मोबाइल फोन से संपर्क करने की कोशिशें की गईं लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ मिल रहा था।
ईओ की कार्यालय के बाहर हुई पिटाई
जहानाबाद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह ने बताया कि बुधवार को वे अपने दफ्तर बैठकर काम कर रहे थे। कुछ नगर पार्षद भी उनके चैंबर में बैठकर बातें कर रहे थे। उन्हें एक मामले में स्थल जांच करने के लिए जाना था। जैसे ही वे अपने चैंबर से बाहर निकले तो देखा कि लगभग 30 लोग जमा थे, उसमें मुख्य पार्षद रूपा देवी के पति टीटी पासवान भी थे।
ईओ ने बताया कि उन्हें उन्हें भद्दी गालियां दी गईं। वे चुपचाप वहां से निकलकर अपनी गाड़ी की ओर गए। जैसे ही उन्होंने गाड़ी स्टार्ट की, तबी दोबारा आरोपी वहां आए और उन्हें गालियां देते हुए उनके सिर पर मारने की कोशिश की। ईओ झुक गए तो उनके मुंह पर चोट लगी। फिर आरोपी ने उनका गला दबाया और जान से मारने की धमकी भी दी।
मारपीट के पीछे की वजह पूछे जाने पर ईओ ने अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने कहा कि बीते 10-15 दिनों से ना तो मुख्य पार्षद और ना ही उनके पति से उनकी कोई बात हुई है। लंबे समय से उन्हें देखा भी नहीं है। ईओ ने कहा कि उन्हें यह पदभार ग्रहण किए हुए तीन महीने ही हुए हैं, ऐसे में किसी बात का विवाद नहीं है। हालांकि, दीनानाथ सिंह ने कहा कि आरोपी पूर्व के अधिकारियों से भी गाली-गलौज कर चुके हैं। इसकी शिकायत मौखिक तौर पर वरीय पदाधिकारी से की गई थी।