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वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक हमारे धर्म में हस्तक्षेप, पटना में बोले मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव- JDU करे बिल का विरोध

इमारते शरिया बिहार,झारखंड एवं ओडिशा की ओर से रविवार को बापू सभागार में आयोजित तहफ्फुजे औकाफ(वक्फ की संपत्ति की सुरक्षा) सम्मेलन में फैसल रहमानी ने कहा कि केन्द्र सरकार वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन कर औकाफ की जमीन और संपत्ति को जब्त करना चाहती है।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, पटनाMon, 16 Sep 2024 05:40 AM
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वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक को केंद्र सरकार वापस ले और जदयू इसमें पहल करे। वक्फ संशोधन विधेयक अगर लाया जाएगा तो पूरे मुल्क में विधि व्यवस्था बिगड़ सकती है। मौजूदा केन्द्र सरकार टीडीपी और जदयू के समर्थन से चल रही है। हमारी अपील है कि ये दोनों राजनीतिक दल अपने प्रभाव का उपयोग करें। पूरे हिन्दुस्तान में इस बिल का विरोध किया जा रहा है। ये बातें इमारत-ए-शरिया के अमीर सह ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव व खानकाह रहमानी मुंगेर के सज्जादानशी हजरत मौलाना सैयद अहमद वली फैसल रहमानी ने बापू सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में कहीं। 

इमारते शरिया बिहार,झारखंड एवं ओडिशा की ओर से रविवार को बापू सभागार में आयोजित तहफ्फुजे औकाफ(वक्फ की संपत्ति की सुरक्षा) सम्मेलन में फैसल रहमानी ने कहा कि केन्द्र सरकार वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन कर औकाफ की जमीन और संपत्ति को जब्त करना चाहती है।

इस विधेयक का मकसद मुसलमानों को वक्फ के लाभों और मुनाफे से वंचित करना है। यह भारत के संविधान में दी गई धार्मिक स्वतंत्रता और मौलिक अधिकारों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार इस संशोधन विधेयक को तुरंत वापस लेना चाहिए। क्योंकि यह विधेयक वक्फ की सुरक्षा के लिए नहीं है। यह हमारे धर्म में हस्तक्षेप है और जिसे हम स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए केन्द्र सरकार पर अपने प्रभाव का उपयोग करने की अपील की।

बिहार-झारखंड समेत 5 राज्यों के प्रतिनिधि पहुंचे

बापू सभागार में आयोजित वक्फ की संपत्ति की सुरक्षा विषय पर आयोजित सम्मेलन में बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक से लोग आए थे। सुबह 10 बजे से लेकर 3 बजे तक सम्मेलन चला। इसमें 5000 से अधिक की संख्या में लोग पहुंचे थे। सभी को वक्फ संशोधन विधेयक-2024 का बुकलेट दिया गया और लोगों को विधेयक की जानकारी दी गई। इसमें शामिल होने वालों में फुलवारीशरीफ इमारत-ए-शरिया के कार्यवाहक सचिव मोहम्मद शिबली अलकासमी समेत राज्य वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष,पूर्व अध्यक्ष,वकील, बुद्धिजीवी शामिल हुए।

पांच करोड़ से अधिक मुसलमानों ने किया विरोध

फैसल रहमानी ने कहा कि पांच करोड़ से अधिक मुसलमानों ने संयुक्त संसदीय समिति को अपनी राय भेजकर इस वक्फ संशोधन विधेयक-2024 का विरोध किया है। पूरे हिन्दुस्तान में वक्फ सम्मेलनों का आयोजन हो रहा है। सरकार इस संशोधन विधेयक को वापस ले।

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