89 लाख कमाई तो 4 करोड़ का कर्ज कैसे बांटे; तेजस्वी यादव पर जेडीयू का बड़ा हमला
- Tejashwi Yadav Income Controversy: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव की कमाई और उनके द्वारा लोगों को दिए गए कर्ज में बड़े अंतर का आरोप लगाकर सरकार चला रही जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने विपक्ष के नेता से सफाई मांगी है।
Tejashwi Yadav Income Controversy: बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार का नेतृत्व कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेताओं ने विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव पर अपनी कमाई से ज्यादा कर्ज बांटने का आरोप लगाया है। जेडीयू के नेताओं ने पटना में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के चुनावी हलफनामों के आधार पर दावा किया है कि उनकी पांच साल की घोषित आय 89 लाख है जबकि उन्होंने इस दौरान 4 करोड़ का कर्ज लोगों को दे दिया।
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार, निहोरा यादव और अरविंद निषाद ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में संयुक्त रूप से ये बातें कही। जेडीयू नेताओं ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने आय से अधिक कर्ज दिया है। वर्ष 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान शपथ पत्र में तेजस्वी ने खुद इसकी जानकारी दी है। जेडीयू ने तेजस्वी यादव से पूछा है कि वो बताएं कि अपनी आय से अधिक कर्ज उन्होंने लोगों को कैसे दिया?
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प्रवक्ताओं ने कहा कि तेजस्वी ने अपने पहले विधानसभा चुनाव 2015 के शपथ पत्र में बताया कि उनकी वार्षिक आय 5.60 लाख है। 2015 में ही उन्होंने लोगों को 1.13 करोड़ का कर्ज दिया है। वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव के शपथ पत्र के मुताबिक 2018-19 में उनकी सालाना कमाई घटकर एक लाख 41 हजार रुपये हो गई। यानी 11 हजार 812 रुपये मासिक, जबकि उस समय एक विधायक का हर माह बेसिक वेतन ही 40 हजार रुपये था।
जेडीयू नेताओं ने पूछा है कि 11 हजार 812 रुपये मासिक कमाने वाला कोई व्यक्ति चार्टर प्लेन में जन्मदिन की पार्टी कैसे कर लेता है। नेता प्रतिपक्ष का पंचवर्षीय घोषित आय 89 लाख 75 हजार है तो फिर उन्होंने चार करोड़ 10 लाख रुपये का ऋृण लोगों को कैसे दे दिया।