Hindi Newsबिहार न्यूज़Jan Suraj will support of RJD Prashant Kishor put a big condition before RJD Lalu

तो RJD के समर्थन में खड़ा हो जाएगा जन सुराज, लालू के सामने प्रशांत किशोर ने रखी बड़ी शर्त

प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू यादव समाज के किसी काबिल आदमी को RJD का नेता बनाएं तो हम जन सुराज की टीम के साथ उनके समर्थन में खड़े हो जाएंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि हम भी उनका झंडा लेकर उनके पीछे पीछे चल देंगे।

Sudhir Kumar लाइव हिन्दुस्तान, गयाFri, 1 Nov 2024 01:00 PM
share Share

बिहार विधानसभा की चार सीटों के उपचुनाव में सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दिया है। सभी गंठबंधन और दल बेलागंज, इमामगंज, तरारी और रामगढ़ की सीटों पर अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने भी सभी चार सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार कर प्रचार अभियान तेज कर दिया है। इस बीच जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव को बड़ी चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि पीके जन सुराज की पूरी टीम के साथ राजद के समर्थन में खड़े हो जाएंगे लेकिन उसके लिए एक शर्त भी रख दिया है।

गया के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में अपने उम्मीदवार मोहम्मद अमजद के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू यादव समाज के किसी काबिल आदमी को RJD का नेता बनाएं तो हम जन सुराज की टीम के साथ उनके समर्थन में खड़े हो जाएंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि हम भी उनका झंडा लेकर उनके पीछे पीछे चल देंगे। लेकिन वो ऐसा कभी नहीं करेंगे क्योंकि उन्होंने कभी अपनी जाति की राजनीति नहीं की है। लालू जी सिर्फ अपने परिवार और अपने बच्चों की राजनीति करते हैं।

ये भी पढ़ें:प्रशांत किशोर की राह पर आरसीपी सिंह! पार्टी बनाते ही शराबबंदी पर कह दी बड़ी बात

जन सुराज के स्टार प्रचारक प्रशांत किशोर ने बेलागंज की चुनावी सभी को संबोधित करते हुए लालू यादव के साथ सांसद सुरेंद्र यादव पर निशाना साधा। बकौल पीके लालू यादव और सुरेंद्र यादव यह कभी नहीं कहते कि यादव समाज का काबिल लड़का विधायक या बिहार का सीएम बनेगा। यह दोनों तो यह कहते हुए देखे जाते हैं कि हमारा लड़का ही विधायक भी बनेगा और सीएम भी। बेलागंज सीट पर लालू यादव ने सुरेंद्र यादव के बेटे विश्वनाथ कुमार को आरजेडी का टिकट दिया है जबकि वे तेजस्वी यादव को पार्टी का नेता घोषित कर चुके हैं।

प्रशांत किशोर ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के अपने रहनुमाओं को नहीं समझते हैं। उदाहरण देते हुए कहा कि जब 2014 में नीतीश कुमार ने मोदी का विरोध करते हुए भाजपा का साथ छोड़ दिया था, तब मुस्लिम समुदाय ने नीतीश कुमार को अपना नेता नहीं बनाया था। उस समय राजद पर भरोसा किया था। लेकिन बीते हुए समय को याद करके देख लीजिए, पिछले 35 वर्षों में मुसलमान और उनके बच्चे सिर्फ लालटेन में केरोसिन तेल की तरह जल रहे हैं और रोशनी कहीं और फैल रही है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें