सियासत की नई शैली गढ़ने का संकल्प लेकर प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की रैली में जुटे लोग
- प्रशांत किशोर के दल जन सुराज पार्टी की स्थापना के मौके पर पटना में बिहार के कोने-कोने से समर्थक और कार्यकर्ता पहुंचे थे। राज्य में एक नई तरह की राजनीति की शुरुआत को लेकर ये लोग उत्साहित दिखे।
सियासत में नई शैली गढ़ने का संकल्प लेकर राजधानी पटना के वेटनरी कॉलेज मैदान में बुधवार को जन सुराज के हजारों कार्यकर्ताओं का बिहार के कोने-कोने से जुटान हुआ। आयोजन स्थल से दो किलोमीटर की परिधि में विभिन्न सड़कों पर हर उम्र और वर्ग के कार्यकर्ताओं की कतारें दिखीं। भीड़ प्रबंधन को लेकर जन सुराज के वोलेंटियर की सड़कों पर तत्परता इस आयोजन को खास बना रही थी। छह महीने में पटना की यह दूसरी बड़ी संयमित कार्यकर्ताओं की जुटान थी। इससे पहले कर्पूरी जयंती पर जदयू के आह्वान पर वेटनरी कॉलेज मैदान में भारी जमावड़ा हुआ था।
बुधवार को अनुशासित कार्यकर्ताओं की टोली से वेटनरी कॉलेज मैदान और आसपास की सड़कें पूरी तरह पट गईं। सुबह 10 बजे से कार्यकर्ताओं की टोली मैदान की ओर पहुंचने लगी थी। शाम सवा तीन बजे के आसपास वेटनरी कॉलेज मैदान में प्रशांत किशोर के पहुंचते ही लोग कुर्सियों पर चढ़कर अपने नेता को देखने को उत्सुक हो उठे। प्रशांत किशोर ने मंच पर पहुंचते ही जय बिहार के नारे लगवाये। भाषण शुरू होते ही हजारों मोबाइल कैमरे एक साथ चमकने लगे।
जन सुराज पार्टी की स्थापना से जुड़ी सारी खबरें एक जगह पढ़ें- प्रशांत किशोर ने बनाई जन सुराज पार्टी, मनोज भारती पहले अध्यक्ष, झंडे में गांधी के साथ अंबेडकर
भाषण खत्म होने पर कार्यकर्ता शहर भ्रमण पर निकल पड़े। शहीद पीर अली पथ, अटल पथ, नेहरू पथ, शेखपुरा मोड़, लोहिया पथ चक्र से तारामंडल तक जन सुराज के कार्यकर्ताओं की टोली देर शाम तक दिखी। वहीं, इनकी बसें अटल पथ, वीरचंद पटेल पथ, जगदेव पथ, फुलवारी मार्ग, अनीसाबाद से चितकोहरा गोलंबर के बीच, नेहरू पथ पर कतार में खड़ी की गईं थीं।
बता दें कि बुधवार को प्रशांत किशोर ने दो साल की जन सुराज पदयात्रा के बाद गांधी जयंती के मौके पर जन सुराज पार्टी का औपचारिक गठन कर दिया। पीके ने पार्टी के पहले नेता के तौर पर मधुबनी के मनोज भारती को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। पार्टी के अंदर अब सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी और अगले साल के मार्च तक पूर्णकालिक अध्यक्ष चुना जाएगा।