जन सुराज ने बिहार में जातीय जनगणना व भूमि सर्वे को ले नीतीश सरकार से 10 सवालों के मांगे जवाब
जन सुराज पार्टी ने बिहार में जातीय जनगणना और भूमि सर्वे के मुद्दों पर नीतीश सरकार से 10 सवाल पूछे हैं। जिलाध्यक्ष धर्मदेव यादव ने कहा कि यदि सरकार ने जवाब नहीं दिए, तो आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने...

जन सुराज ने बिहार में जातीय जनगणना व भूमि सर्वे को ले नीतीश सरकार से 10 सवालों के मांगे जवाब जन सुराज ने बिहार में जातीय जनगणना व भूमि सर्वे को ले नीतीश सरकार से 10 सवालों के मांगे जवाब
फोटो-11 : प्रेस वार्ता करते जन सुराज के जिलाध्यक्ष व अन्य
जमुई, नगर संवाददाता
स्थानीय जन सुराज पार्टी कार्यलय में सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। इस मौके पर
जन सुराज के जिलाध्यक्ष धर्मदेव यादव ने कहा कि जन सुराज पार्टी ने बिहार में जातीय जनगणना और भूमि सर्वे को लेकर नीतीश सरकार से कई सारे सवाल पूछे और इन मुद्दों पर जवाब नहीं मिलने की स्थिति में आंदोलन करने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने 21 अप्रैल को पटना में जातीय जनगणना रिपोर्ट के दौरान की गई घोषणाएं और भूमि सर्वे में अनियमितताओं के खिलाफ प्रेस वार्ता कर सरकार से कई गंभीर सवाल पूछे थे और 11 जुलाई को एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर के साथ मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन देने की बात कही थी। उहोंने यह भी कहा था कि अगर मामले को सरकार गंभीरता से नहीं लेती है तो विधानसभा के अंतिम सत्र का घेराव भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े 7 नवंबर, 2023 को विधानसभा के पटल पर रखे गए थे। 22 नवंबर, 2023 को सरकार ने जाति जनगणना के आधार पर कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की थी। लेकिन सरकार की घोषणाएं कभी जमीन पर लागू नहीं हुई। जन सुराज सरकार से जातीय जनगणना और भूमि सर्वे को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार से पूछे गए सवालों में बिहार सरकार जातीय जनगणना और भूमि सर्वे पर श्वेत पत्र जारी करे, जातीय जनगणना रिपोर्ट में आरक्षण बढ़ाने की सिफारिश की गई थी, लेकिन अब तक आरक्षण की सीमा नहीं बढ़ाई गई है। सरकार इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे, सरकार ने 22 नवंबर 2023 को घोषणा की थी कि 94 लाख परिवारों को रोजगार के लिए 2 लाख रुपए की सहायता दी जाएगी, अभी तक एक भी परिवार को 1 पैसा नहीं मिला है, सरकार ने जातीय जनगणना में घोषणा की थी कि 40 लाख बेघर परिवारों को 1 लाख 20 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी। अभी तक वो भी सहायता नहीं मिली है, बर्ष 2006 में नीतीश सरकार ने दलित विकास मिशन की शुरुआत की थी और 2008 में भूमिहीन दलितों को 3 डिसमिल जमीन देने का वादा किया गया था। अबतक केवल 2 लाख 34 हजार दलित परिवारों को ही जमीन दी गई है और उसमें भी 1 लाख 20 हजार परिवारों को जमीन का कब्जा नहीं मिला है, बर्ष 2013 से फरवरी 2025 के बीच मात्र 20 प्रतिशत जमीनों का ही डिजिटाइजेशन हुआ है, जबकि आंध्र प्रदेश में 80 प्रतिशत जमीन डिजिटाइज हो चुकी है, सरकार अबतक डिजिटाइजेशन क्यों नहीं करा पाई है, जमीन सर्वे के नाम नीचे अधिकारियों ने भ्रष्टाचार के माध्यम से गरीब जनता को लूट रही है। विभिन्न सरकारी पदों जैसे कि सीओ के लिए लाखों रुपए की रिश्वत ली जा रही है, बिहार में अपराध बढ़ने के दो प्रमुख कारण है- एक शराबबंदी और दूसरा जमीन सर्वे। बिहार में 60 प्रतिशत से ज्यादा क्त्राइम के मामले जमीन विवाद से जुड़े हैं समेत कुल 10 सवालों का जवाब मांगा है। इस मौके पर जिला महासचिव जमादार सिंह, जिला प्रभारी चौरसिया, जिला विचार मंच प्रमुख अशोक सिन्हा, युवा अध्यक्ष रामाकांत पासवान, लक्ष्मीपुर प्रखंड अध्यक्ष राजकुमार पासवान तथा रुपेश कुमार मौजूद थे।
पोलिटेकनिक कॉलेज में दो दिवसीय अभिभावक शिक्षक गोष्ठी संम्पन्न
आयोजन में सरकार की सभी शैक्षणिक योजनाओं का विस्तार पूर्वक चर्चा
फोटो-12,13 : जमुई के पोलिटेकनिक कॉलेज में दो दिवसीय गोष्ठी आयोजन में मौजूद शिक्षक, छात्रगण व अभिभावक
जमुई, एक प्रतिनिधि
रविवार को राजकीय पोलिटेकनिक, जमुई में दो दिवसीय अभिभावक शिक्षक गोष्ठी का समापन हुआ। इस गोष्ठी का आयोजन संस्थान के सभागृह में किया गया था, जिसमें विभिन्न शाखाओं के छात्र-छात्राएं, उनके अभिभावक और संबंधित विभागों के शिक्षक उपस्थित हुए। गोष्ठी के प्रथम दिन शनिवार को इलेक्टोनिकस मेकेनिक और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग शाखाओं के छात्रों के लिए बैठक आयोजित की गई, जबकि दूसरे दिन इलेक्टिकल और सिविल इंजीनियरिंग शाखाओं की बैठक संपन्न हुई। प्राचार्य डॉ नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में इस अवसर पर लगभग 160 अभिभावकों ने भाग लिया । प्राचार्य एवं व्याख्याता गन के द्वारा कॉलेज में चल रही सरकार की सभी शैक्षणिक योजनाओं का विस्तार पूर्वक चर्चा की गई । बैठक के दौरान छात्रों की शैक्षणिक प्रगति, अनुशासन, उपस्थिति, हॉस्टल संबंधी समस्याएं और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। अभिभावकों को छात्रों के प्रदर्शन की जानकारी दी गई और उनकी राय तथा सुझाव भी लिए गए।
बैठक के अंत में अभिभावकों से फीडबैक फॉर्म भरवाकर उनकी प्रति्त्रिरया और सुझाव प्राप्त किए गए, ताकि संस्थान भविष्य में और भी बेहतर शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था सुनिश्चित कर सके।
थानाध्यक्ष ने भूमि विवाद निपटारे का किया नई पहल, हर दिन सुबह थाना में होगी सुनवाई
बरहट , निज संवाददाता
बरहट थाना क्षेत्र में लगातार बढ़ते भूमि विवादों पर अंकुश लगाने के लिए थानाध्यक्ष कुमार संजीव ने एक पहल की है।अब प्रत्येक दिन सुबह 7 बजे से 10 बजे तक थाने में जमीन विवादों की सुनवाई कर उनका समाधान किया जाएगा।जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों से देखा जा रहा था कि भूमि विवाद के मामलों में काफी तेजी आई है। छोटे-छोटे विवाद भी आपसी झगड़े और तनाव का कारण बन रहे थे।स्थिति को गंभीरता से लेते हुए हमने यह निर्णय लिया कि भूमि विवादों का त्वरित निपटारा किया जाए ताकि सामाजिक सौहार्द बना रहे।उन्होंने बताया की इस विशेष व्यवस्था के तहत फरियादियों को बिना किसी लंबी प्र्त्रिरया के सीधे थाना परिसर में आकर अपने मामले से अवगत करा सकते हैं।पश्चात पुलिस टीम मौके की जांच कर आवश्यकतानुसार समझौता कराएगी या उचित कार्रवाई करेगी।वहीं समाजसेवी श्रीकांत उर्फ बिट्टू यादव ने थानाध्यक्ष के द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना करते हुए कहा
भूमि विवादों के चलते गांवों में कई बार रिश्ते भी बिगड़ जाते हैं। अगर समय पर समाधान हो तो कई समस्याओं से बचा जा सकता है।थानाध्यक्ष ने सभी ग्रामीणों से अपील की है कि वे विवाद की स्थिति में पहले थाना पहुंचकर समझौता करने का प्रयास करें। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि निष्पक्ष सुनवाई और उचित न्याय प्रदान करना पुलिस का प्राथमिक उद्देश्य रहेगा।
रजलाकला पंचायत में अस्थायी नीरा काउंटर का उद्घाटन
झाझा, नगर संवाददाता
सोमवार को जमुई झाझा प्रखंड के रजलाकला पंचायत में जिला पदाधिकारी के निदेशानुसार अस्थायी नीरा काउंटर का उद्घाटन किया गया| इस काउंटर का उद्घाटन जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक संजय कुमार के द्वारा फीता काटकर किया गया| इस दौरान प्रबंधक सामजिक विकास, युवा पेशेवर-कृषि शालिनी कुमारी, सामुदायिक समन्वयक आशीष कुमार एवं जीविका दीदियाँ मौजूद थी| इस अवसर उन्होंने बताया की नीरा एक पेय पदार्थ है, जिसे तार के पेड़ से सूर्योदय से पहले निकाला जाता है| इसका नियमित सेवन शरीर को स्वस्थ रखता है| रजलाकला में खुले इस काउंटर में सुबह छह से आठ बजे तक नीरा उपलब्ध रहेगा। डीपीएम् जीविका ने नीरा के उत्पादन, गुणवत्ता नियंत्रण और विपणन के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा महिलाओं को इससे जुड़े उद्यमिता के अवसरों पर भी जागरूक किया। बताया कि नीरा में कैल्शियम, आयरन, जिंक, विटामिन पाए जाते हैं| नीरा के सेवन मधुमेह, टीबी, कब्ज से भी छुटकारा मिलता है| नीरा काउंटर का उद्देश्य स्थानीय समुदाय के लोगों के लिए नए अवसर उपलब्ध कराना है तथा पारंपरिक नीरा उत्पादन एवं विपणन को बढ़ावा देना है। इस पहल के माध्यम से स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक पेय नीरा को लोगों तक पहुँचाया जाएगा|
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