अमरदेव कुमार तांती खेलो इंडिया में बने कोच
अमरदेव कुमार तांती खेलो इंडिया में बने कोच अमरदेव कुमार तांती खेलो इंडिया में बने कोचअमरदेव कुमार तांती खेलो इंडिया में बने कोच
अमरदेव कुमार तांती खेलो इंडिया में बने कोच अमरदेव कुमार तांती खेलो इंडिया में बने कोच
राज्य स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में 2016 से लगातार कोच
फोटो-09 : अमरदेव कुमार तांती की फाइल फोटो
झाझा, नगर संवाददाता
अमरदेव कुमार तांती खेलो इंडिया में कोच बनाए गए हैं। राज्य स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में 2016 से लगातार कोच रहे एक बिल्कुल ही गरीब पारिवारिक पृष्ठभूमि के साहसी एवं ताइक्वांडो के प्रति निष्ठावान खिलाड़ी अमरदेव कुमार तांती झाझा के महापुर पंचायत के छोटे से गांव तत्वाडीह के निवासी पिता महेश प्रसाद तांती के पुत्र हैं। स्कूल गेम फेडरेशन ऑफ इंडिया के तहत राज्य स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता में उन्हें 2016 से लगातार कोच के रूप में भेजा जा रहा है। बिहार ताइक्वांडो एसोसिएशन राज्य स्तरीय ताइक्वांडो प्रतियोगिता के लिए 2017 से लगातार कोच बनते आ रहे हैं। 2023 में खेलो इंडिया मेघालय में भी कोच बनाया गया था। इस वर्ष में भी खेलो इंडिया में कोच बनाया गया है। इस वर्ष अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर खेलो इंडिया स्टेडियम में है। उसके लिए इन्हें कोच बनाया गया है।
विशेष भूमि सर्वेक्षण के बाद अंचल कार्यालय द्वारा बरती गई अनियमितता की खुल रही पोल
अलीगंज, निज संवाददाता
राज्य सरकार के आदेश के आलोक पूरे राज्य भूमि सर्वे का कार्य तेजी से चल रहा है। जो लोग बाहर में रहकर रोजी-रोजगार करते थे वे लोग भी यह भूमि सर्वे में अपने गांव आकर अपने भूमि के सरकारी दस्तावेज खंगालने में लगे हुए । इसको लेकर कई रैयत कई दिनों से अंचल कचहरी से लेकर अंचल कार्यालय तक हर रोज चक्कर लगा रहे है,लेकिन कुछ सुधार नही हो रहा है। इसी दौरान कई किसानों का अंचल कार्यालय द्वारा बरती गई अनियमितता भी उजागर हो रहा है। कई किसानों का रजिस्टर टू में दर्ज खाता-खसरा-और रकवा का ऑनलाइन में देखने पर गलत बता रहा है,कई किसानों का जमा बंदी कम कर दिया गया तो कई किसानों का जमीन बेचे बैगर उसके जमाबन्दी से छेड़छाड़ करते हुए रैयत को जानकारी दिए बैगर उसके जमाबन्दी से जमीन को घटा दिया गया। कुछ किसानों का कहना है कि 2022-23 तक रजिस्टर टू से रसीद कटाया अब जब ऑनलाइन कटाने के लिए जाते है तो जमीन चढ़ा ही नही है। जब जमीन के बारे में रैयत को पता चला तो पुन: जमाबन्दी कायम कराने के लिए अंचल कार्यालय से डी सी एल आर कार्यालय का चक्कर लगा रहे है।इस्लामनगर गांव उदय शंकर यादव, ने बताया कि हमारे परिवार जमीन बेचा नही और हमारे जमाबन्दी से जमीम घटा हुआ है, पलसा बुजुर्ग गांव के मो0 अय्य्याज ने बताया कि हमने ढाई एकड़ जमीन 1986 में खरीदा 2022-23 तक ऑफलाइन रसीद कटा हुआ है अब ऑनलाइन रसीद नही कट रहा है कर्मी द्वारा बताया गया कि आपका जमीन शो नही कर रहा है ,जब हम जमीन बेचे नही तो मेरे जमाबन्दी से कैसे छेड़छाड़ किया गया। वही चौरासा गांव के रामरूप यादव ने बताया कि हमारे तीन पुत्र थे एक पुत्र बटवारा किये बैगर मेरी जमीन अपनी पत्नी को लिख दिया जबकि अभी बटवारा हुआ नही है और मेरे जानकारी दिए बैगर मेरे जमाबन्दी से घटा दिया ऐसा कहि नियम है, आढा, गहलौर,कोडवरिया सहित कई गांव में ऐसे किसान जिनको आये दिन ऐसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नही दाखिल खारिज और रसीद कटने के बाद जमाबन्दी में विक्त्रेता के नाम भी अंतर मिल रहे है। इस सम्बंध में सी ओ दिवाकर रंजन ने बताया कि ऐसे रैयत जिनके साथ ये मानवीय भूल हुई है उनका आवेदन लेकर शीघ्र सुधार किया जाएगा।
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