कोईरी आक्रोश महारैला नीतीश सरकार के लिए चेतावनी
करपी, निज संवाददाता। इन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक साजिश के तहत कुशवाहा समाज की संख्या जातीय जनगणना में 12 प्रतिशत से घटकर 4 प्रतिशत कर दिया गया।
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करपी, निज संवाददाता। पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि ने गुरुवार को करपी में कहा कि कोईरी आक्रोश महारैला नीतीश सरकार के लिए चेतावनी है। 23 फरवरी को गांधी मैदान पटना में बड़ी संख्या में लोगों से कोईरी आक्रोश महारैला में शामिल होने का नेवता देने पूर्व केंद्रीय मंत्री पहुंचे थे। इन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक साजिश के तहत कुशवाहा समाज की संख्या जातीय जनगणना में 12 प्रतिशत से घटकर 4 प्रतिशत कर दिया गया। यह कहीं से भी उचित नहीं है। इसके पीछे बड़ी साजिश है। इतना ही नहीं राजपूत, ब्राह्मण, मुसलमान इत्यादि कई जातियों की जनसंख्या को जातीय जनगणना में काफी कम दिखाया गया है। इन्होंने कहा कि इसके खिलाफ न तो सरकार के लोग कुछ बोल रहे हैं और नहीं कुशवाहा समाज से आने वाले एमपी विधायक ही कुछ बोल पा रहे हैं। इन्होंने कहा कि महारैला की तैयारी के सिलसिले में पूरे बिहार में लगातार 5 महीना से सघन जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। जनसंपर्क अभियान में लोगों में इस महारैला को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। फोटो- 13 फरवरी अरवल- 02 कैप्शन- करपी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते कुशवाहा समाज के नेता।
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