बिहार में अब हर खेत को मिलेगा पानी, नीतीश सरकार के ये विभाग मिलकर बना रहे प्लान
पहले से चयनित योजनाओं में 774 योजनाओं को हटा देने के बाद संशोधित कार्ययोजना तैयार की गयी है। इस बदलाव के बाद हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है। पहले तो मार्च 2025 तक तमाम योजनाओं को पूरा करना था। अब जून 2025 तक सारी योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है।
बिहार के किसानों के लिए अच्छी खबर है। राज्य में में हर खेत तक सिंचाई के पानी के लिए नयी योजनाएं भी ली जा सकेंगी। इसकी तैयारी हो रही है। पिछले दिनों विकास आयुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस योजना के लिए नयी योजना लेने का निर्णय लिया गया था। इसके बाद योजना को विस्तार दिया गया। इसके तहत पहले 29952 योजनाएं चयनित की गई थीं। इन योजनाओं को जल संसाधन, लघु जल संसाधन, कृषि और ग्रामीण विकास विभाग द्वारा किया जाना है। मगर नयी कार्ययोजना में अब 29178 योजनाओं पर ही काम होगा। सबकुछ ठीक रहा कि खेती की हर जमीन को सिचाई का पानी मिलेगा।
पहले से चयनित योजनाओं में 774 योजनाओं को हटा देने के बाद संशोधित कार्ययोजना तैयार की गयी है। इस बदलाव के बाद हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर काम हो रहा है। पहले तो मार्च 2025 तक तमाम योजनाओं को पूरा करना था, लेकिन कार्यान्वयन में विलंब के बाद अब जून 2025 तक सारी योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य है। इसके तहत जल संसाधन को मार्च 2025 तक, ग्रामीण विकास विभाग को अप्रैल 2025 तक, कृषि विभाग को मई 2025 तक और लघु जल संसाधन को जून 2025 तक योजनाओं को पूरा करने को कहा गया है। बता दें कि हर खेत सिंचाई योजना से बिहार के किसानों की आय बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।
वन विभाग को भी किया शामिल
पिछले दिनों बड़ा बदलाव करते हुए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को भी इस योजना में शामिल किया गया है। विभाग को हर खेत सिंचाई का पानी योजना के तहत नयी जिम्मेदारी मिली है। विभाग को इस वर्ष 99 योजनाओं के कार्यान्वयन की जिम्मेदारी मिली है। इन योजनाओं को अगले वर्ष मार्च तक पूरा करना है। योजना पूर्ण होने पर 2334 हेक्टेयर अतिरिक्त भूभाग में सिंचाई का पानी पहुंचेगा।
विभाग चयनित योजनाएं
जल संसाधन 604
लघु जल संसाधन 25790
कृषि 1853
ग्रामीण विकास 832