महिला पुलिस में बिहार दूसरे स्थान पर, फर्स्ट पोजिशन पर कौन? 20 साल ढाई गुनी हुई सुरक्षा बलों की संख्या
पिछले कुछ सालों में बिहार में पुलिस प्रशासन स्थायी रोजगार का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना। वहीं, राज्य सरकार की ओर से महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण दिए जाने के निर्णय के कारण इनमें करीब 30 हजार से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गयी है।
बिहार में पिछले 20 वर्षों में पुलिसकर्मियों की संख्या में ढाई गुना की बढ़ोतरी हुई है। राज्य में वर्ष 2004-05 में पुलिसकर्मियों की संख्या 42,481 थी। एनडीए सरकार के गठन के बाद विधि-व्यवस्था में सुधार को प्राथमिकता दी गयी और पुलिसकर्मियों की नियुक्ति प्रक्रिया तेज की गई। इसका परिणाम हुआ कि वर्ष 2024 में राज्य में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़कर 1 लाख 10 हजार हो चुकी है।
57 हजार से अधिक नये पुलिसकर्मी हुए नियुक्त इन वर्षों में राज्य में 57 हजार से अधिक नये पुलिसकर्मियों की नियुक्ति हुई। पिछले कुछ सालों में बिहार में पुलिस प्रशासन स्थायी रोजगार का एक महत्वपूर्ण माध्यम बना। वहीं, राज्य सरकार की ओर से महिलाओं को क्षैतिज आरक्षण दिए जाने के निर्णय के कारण इनमें करीब 30 हजार से अधिक महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गयी है।
बिहार पुलिस में देश के अन्य राज्यों के पुलिस बल में महिलाओं की संख्या के साथ ही बढ़ोतरी हो गयी है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार देश में सिर्फ 10.5 प्रतिशत महिला पुलिसकर्मी हैं। तमिलनाडु की पुलिस फोर्स में महिलाओं की सबसे ज्यादा 19.4 प्रतिशत हिस्सेदारी है। जबकि, 17.4 प्रतिशत के साथ बिहार दूसरे स्थान पर है।
पुलिसकर्मियों के स्वीकृत पद की संख्या है 2 लाख 29 हजार 139
इन वर्षों में राज्य में पुलिसकर्मियों के पदों की संख्या में भी बढ़ोतरी की गयी। राज्य में पुलिसकर्मियों के स्वीकृत पद जहां करीब 80 हजार थे, वह अब बढ़कर 2 लाख 29 हजार 139 हो चुका है। राज्य में पुलिसकर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी को लेकर लगातार नियुक्ति की प्रक्रिया का संचालन किया जा रहा है। अभी हाल ही में राज्य में 21 हजार सिपाही के पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है। वहीं, 136 पुलिस उपाधीक्षक के पद पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। जानकारी के अनुसार बिहार में फिलहाल 70 से 75 हजार सिपाही सेवा दे रहे हैं। जबकि लगभग 30000 के एएसआई, एसआई और पुलिस इंस्पेक्टर तैनात हैं। वहीं, करीब 1000 डीएसपी भी कानून व्यवस्था से लेकर ट्रैफिक संचालन और दूसरी जगह पर योगदान दे रहे हैं।