यह हॉरर किलिंग, कैसा समाज बना रहे हैं हम; मुजफ्फरपुर कांड पर आईजी शिवदीप लांडे ने उठाए सवाल
तिरहुत आईजी शिवदीप लांडे ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए मुजफ्फरपुर कांड में समाज पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह एक हॉरर किलिंग का मामला है और लोगों ने इसे सनसनी बना दिया था।
बिहार के मुजफ्फरपुर में दलित नाबालिग लड़की की हत्या के मामले में तिरहुत रेंज के आईजी शिवदीप लांडे ने सोशल मीडिया पोस्ट कर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह हॉरर किलिंग है। हम कैसा समाज बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि लड़की की लाश मिलने के बाद कई लोगों ने इसे सनसनी बनाते हुए बलात्कार की घटना बता दी थी। जबकि एफएसएल रिपोर्ट इन बातों से विपरीत पाई गई।
आईजी शिवदीप लांडे ने मुजफ्फरपुर कांड पर कहा कि 12 अगस्त को पारा थाना इलाके में एक लड़की की लाश मिली थी। इसके तुरंत बाद जिला पुलिस ने सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए उचित कार्रवाई शुरू की। सभी तथ्य और गिरफ्तारियों के बाद ये मामला हॉरर किलिंग का पाया गया। उन्होंने कहा कि वे दो बिंदुओं पर बात करना चाहते हैं। पहला यह कि हम कैसे समाज की संरचना कर रहे हैं। एक ऐसा समाज जहां हम हॉरर किलिंग जैसी संगीन कुरीतियों को अपना लेते हैं, जहां हम बस जात, धर्म और समुदाय को आगे कर किसी भी अपराध को अंजाम दे देते हैं। वहीं, दूसरा इन सब बातों से ऊपर जो एक बात है कि हमें बिना किसी तथ्य को जाने हुए उस पर विचार बनाकर लोगों को भ्रमित नहीं करना चाहिए।
आईजी ने कहा कि पीड़िता से बलात्कार की बात जांच में सही नहीं पाई गई। मगर इस मामले पर सनसनी बन गई। ऐसे में उस युवती की आत्मा को कितना कष्ट होता होगा। आईपीएस अधिकारी लांडे ने लोगों से अपील की है कि वे तथ्यों को जानकर ही आवाज उठाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सोशल मीडिया और यूट्यूब से ऐसे चैनल बंद करवाने एवं उन पर सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, जिन्होंने इस केस में गलत सूचना फैलाई थी।
बता दें कि पुलिस ने मुजफ्फरपुर कांड में संजय राय समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। संजय का लड़की से तीन साल से प्रेम संबंध था। देर रात दोनों चौर में एक-दूसरे से मिलने गए थे। गांव के ही पंकज, चुन्नू, मुन्ना समेत दो फरार युवकों को इसकी भनक लग गई थी। उन्होंने संजय और पीड़िता को एक साथ पकड़ लिया। फिर पांचों ने मिलकर उन दोनों की पिटाई कर दी। युवकों ने पीड़ित लड़की को रॉड से इतना पीटा कि वो लहूलुहान होकर गिर गई। फिर खुरपी से उसकी गर्दन पर वार किया गया। इसका बाद पांचों युवक संजय को शव पानी में फेंक देने की बात कहकर चले गए। संजय ने पीड़िता के गले पर पैर रखकर उसकी जान निकाल दी। फिर उसके शव को पानी में फेंककर वो भी भाग निकला।