न्याय नहीं मिला तो आलू-प्याज बेचेंगे, बिहार में यहां डॉक्टरों ने दी चेतावनी; किस बात से हैं खफा
चिकित्सक सड़क पर उतरकर खुले क्लीनिक को बंद कराते देखे गए। एमपी गुप्ता के नेतृत्व में चिकित्सकों ने पुलिस प्रशासन के इस हरकत को एक पक्षीय कार्रवाई व दुर्भावना से ग्रसित होकर काम करने का आरोप लगाया। पहले आईएमए की एक बैठक आयोजित हुई और उसके बाद हड़ताल के बाद सभी चिकित्सक सड़क पर उतर गए ।
बिहार के अररिया जिले में दो दिन पहले सुभाष चौक स्थित एक निजी क्लीनिक में मरीज की मौत पर डॉ. मनोरंजन शर्मा की सरेआम पिटाई के खिलाफ आरोपियों को अब तक गिरफ्तार नहीं करने तथा नर्सिंग होम को सील करने के खिलाफ आईएमए ने आरपार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में बुधवार को शहर के सभी निजी नर्सिंग होम और क्लीनिक बंद रहे और डाक्टर हड़ताल पर रहे। हालांकि सरकारी अस्पताल खुले रहने से मरीजों को काफी राहत मिली।
इससे पूर्व बुधवार की सुबह शहर के चिकित्सक सड़क पर उतरकर खुले क्लीनिक को बंद कराते देखे गए। एमपी गुप्ता के नेतृत्व में चिकित्सकों ने पुलिस प्रशासन के इस हरकत को एक पक्षीय कार्रवाई व दुर्भावना से ग्रसित होकर काम करने का आरोप लगाया। पहले आईएमए की एक बैठक आयोजित हुई और उसके बाद हड़ताल के बाद सभी चिकित्सक सड़क पर उतर गए । एक-एक नर्सिंग होम व क्लीनिक को बंद कराया गया । इन चिकित्सकों ने कहा कि अगर उन लोगों को न्याय नहीं मिला तो सभी डॉक्टरी छोड़कर आलू प्याज बेचने शुरू कर देंगे।
इस मौके पर आईएमए का नेतृत्व कर रहे डॉक्टर एमपी गुप्ता ,डॉक्टर हरिकिशोर सिंह, डॉक्टर अतहर, डॉक्टर संजीव यादव, डॉक्टर मुन्ना कुमार, डॉक्टर रेशमा अली, डॉक्टर राजीव प्रसाद, डॉक्टर के एन सिंह, डॉक्टर हालदार प्रसाद दास, पीड़ित डॉक्टर मनोरंजन शर्मा ,डॉक्टर नीलेश प्रधान ,डॉक्टर अली अकबर, डॉ सर्वजीत निरंजन ,डॉक्टर रुपेश कुमार ,डॉक्टर के अली सहित अन्य चिकित्सकों ने कहा कि एक तो डॉक्टर पर जानलेवा हमला किया गया। साथ ही नर्सिंग होम को सील करना नियम के विरुद्ध है। नर्सिंग होम का रजिस्ट्रेशन है और डॉक्टर क्वालिफाइड हैं। ऐसे में आरोपी को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए।
इधर इलाज के लिए मरीज दर दर भटकते रहे। अधिकांश मरीज अलग-अलग इलाज कराने आए थे । डॉ संजीव कुमार के नर्सिंग होम के बाहर खड़े मरीज प्रमोद यादव, सिकंदर यादव, शकुंतला देवी, शिव मंडल ,रोशनी कुमारी ने बताया कि वे लोग सवेरे से डॉक्टर साहब का इंतजार कर रहे हैं । इधर एसपी कार्यालय से निर्गत विज्ञप्ति में अवैध रूप से नर्सिंग होम चलाए जाने के पश्चात एसडीओ फारबिसगंज के आदेश पर नर्सिंग होम को सील करने की बात कही गई । वहीं चिकित्सकों का कहना है कि रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन देने के बाद नर्सिंग होम का संचालन अवैध नहीं है।
मरीजों को हुई परेशानी
वही डॉक्टर अतहर के नर्सिंग होम के बाहर खड़े अरविंद झा ,श्याम मंडल, रश्मि देवी ने कहा कि पैर टूटने के कारण दिखाने आए थे मगर डॉक्टर नजारत है । ऑपरेशन के लिए डॉक्टर अजय कुमार सिंह के नर्सिंग होम पर खड़े मरीज ने बताया कि अब वे लोग पूर्णिया की राह पकड़ रहे हैं । डॉक्टर एमपी गुप्ता, डॉक्टर नीलेश प्रधान के क्लीनिक पर भी मरीज मंडराते देखे गए।
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